शिक्षा उत्तम माध्यम है दास्य प्रथा के समाप्ति का : मो० मोअज़्ज़म आरिफ
पटना गुलजारबाग। प्राथमिक विद्यालय नयागांव गुलजारबाग के शिक्षा स्वयं सेवक तालिमी मरकज द्वारा मो० मोअज़्ज़म आरिफ नोडल पदाधिकरी गुलजारबाग सह सकरी गली विद्यालय शिक्षक के संचालन में समर कैंप स्थित बालक मध्य विद्यालय मुसल्लहपुर में दास्य मुक्ति दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर श्री आरिफ ने बताया कि शिक्षा सबसे उत्तम मध्यम है दास्ता प्रथा को समाप्त करने के लिए। जब तक लोग पढ़ेंगे नहीं तब तक अपने अधिकार से वंचित रहेंगे और इन्हीं वंचितों को दुनिया दास बनाकर रखेगा। इसलिए शिक्षा ग्रहण करना बहुत ही जरूरी है दासता प्रथा की समाप्ति के लिए। शिक्षा सेवी सुश्री तबस्सुम प्रवीण ने बताया कि 19 जून 1865 को टेक्सास में गुलाम अफ्रीकी अमेरिकियों को बताया गया कि वे स्वतंत्र हैं। डेढ़ सदी बाद भी पूरे अमेरिका में लोग इस दिन को काफी हर्षोल्लास और जश्न के रूप में मनाते हैं। इस दिन संघीय अवकाश घोषित की गई है। शिक्षा सेवी श्रीमती नाजमा तबस्सुम ने बच्चों को बताया कि पहले लोग दासता कि जिंदगी गुज़रते थे लेकिन बाद में दास्ता प्रथा को समाप्त कर सभी लोगों को स्वतंत्र और समानता का अधिकार दिया गया। श्रीमती गजाला परवीन बच्चों को खूब पढ़ लिखकर बड़ा अफसर बनने के लिए प्रेरित किया। श्री आरिफ ने समर कैम्प- 2023 के सफलता का श्रेय तालिमी मरकज शिक्षा सेवियों को दिया। बताया कि जहां-जहां तालिमी मरकज़ अथवा टोला सेवक कार्यरत हैं वहां का प्रदर्शन बहुत ही बेहतरीन है। इस केंद्र पर पठन-पाठन मनोरंजन गतिविधियों के साथ-साथ साफ-सफाई की उत्तम व्यवस्था देखने को मिली। इस केंद्र पर कार्यरत वॉलिंटियर श्याम बालक कुमार तानिया कुमारी रसोईया धर्म शीला देवी का कार्य भी सराहनीय है।