विधानसभा घेराव करने जा रहे किसान सलाहकारों पर लाठीचार्ज, कई घायल
जनसेवक पद पर समायोजन होने तक जारी रहेगा आंदोलन : राजाराम
पटना। राजधानी पटना में बुधवार की सुबह पुलिस ने जनसेवक पद पर समायोजन की मांग कर रहे किसान सलाहकारों पर लाठीचार्ज किया और किसान सलाहकार संघ के अध्यक्ष राजाराम सिंह सहित करीब 50 नेताओं को गिरफ्तार किया। इस दौरान आर ब्लॉक पर पुलिस ने महिला पुरुष किसान सलाहकारों को सड़क पर गिरा-गिराकर लाठियां बरसाईं। इसके बाद सभी को वहां से लाठियां बरसाते हुए खदेड़ा। इस दौरान पुरुष पुलिस कर्मी महिला किसान सलाहकारों पर लाठी चलाते भी दिखे। लाठीचार्ज में कोई लोग घायल हुए हैंइनमें से एक किसान सलाहकार अजय सिंह का पैर भी टूटा है। प्रदर्शन के दौरान कई महिला किसान सलाहकारों को भी चोटें आई हैं। इस संबंध में पटना के एसडीएम सदर श्रीकांत कुंडलीक खांडेकर ने कहा कि शुरूआत में हल्का-फुल्का बल प्रयोग किया गया है। उन्हें आगे बढ़ने से रोकने के लिए हमने पहले उन्हें समझाने की कोशिश की। सभी से अपील थी कि आप लोगे गर्दनीबाग धरना स्थल चले जाएं, लेकिन जब वह नहीं माने तो उन पर हमें हल्का-फुल्का बल प्रयोग करना पड़ा। किसान सलाहकारों को अपनी बात रखने का पूरा मौका भी दिया गया, लेकिन वह फिर भी नहीं माने इस वजह से हमें बल प्रयोग करना पड़ा और कुछ गिरफ्तारियां भी की गई हैं, क्योंकि उन लोगों ने धारा 144 की अवहेलना की है।। इस संबंध में किसान सलाहकार संघ के अध्यक्ष राजाराम सिंह ने बताया कि उनका आंदोलन 05 जून से जारी है। बुधवार को पटना के आर ब्लॉक के पास हजारों किसान सलाहकार अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। वे लोग जनसेवक के पद पर समायोजित करने की मांग को लेकर सभी विधानसभा घेराव करने निकले थे। पुलिस ने सभी को लौटने के लिए कहा, लेकिन वो नहीं माने और आगे बढ़ने लगे। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। राजाराम सिंह ने कहा कि पिछले 13 साल से बिहार सरकार हम लोगों को ठगने का काम कर रही है। हम लोगों को जनसेवक का दर्जा दिया जाए। अपनी मांग को लेकर हम विधानसभा घेराव के लिए निकले हैं। उन्होंने सरकार से अपील है कि उनलोगों की मांग को गंभीरता से ले। हम लोगों ने पहले भी कई बार सरकार ने अपनी मांगों को पूरा करने की अपील की है, लेकिन सरकार ने अब तक इस पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किसान सलाहकारों को कोतवाली थाने में रखा गया और किसान सलाहकार दिनभर थाने में भूखे रहे। उन्होंने कहा कि जबतक किसान सलाहकारों को जनसेवक के पद पर समायोजन नहीं होता तबतक आंदोलन जारी रहेगा। बतातें चलें कि बिहार में पंचायत स्तर पर 8 हजार 463 किसान सलाहकार का पद स्वीकृत हैं, लेकिन नियुक्त छह हजार के आसपास है। इनकी नियुक्ति 13 साल पहले हुई थी। शुरूआत में इनका वेतन ढाई हजार रुपए था, लेकिन बाद में बढ़कर 13 हजार रुपए हो गया। इस मौके पर पंकज सिंह, विजय गिरी, अमन कुमार, धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, रंजन कुमार गौतम, राजेश कुमार, अमृता कुमारी, जूली कुमारी, बबीता कुमारी, अमृता भारती, ममता झा, विजय झा, दुर्गाशंकर झा, अजय कुमार तिवारी, विपिन बिहारी,दिलीप कुमार, इम्तेयाज आलम,जईम अख्तर, पिंटू पासवान, सुशील सिंह सहित कई किसान सलाहकारों ने धरना स्थल पर संबोधित किया।