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ईडी की कार्रवाई के बाद तेजस्वी बतायें, करोड़ों की सम्पत्ति के मालिक कैसे बने : सुशील कुमार मोदी

– नौकरी के बदले जमीन मामले में मुख्यमंत्री मांगें बिंदुवार जवाब, चुप्पी तोड़ें

– ईडी की कार्रवाई का विरोध राजनीतिक, जदयू इससे खुश

पटना । पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि रेलवे की नौकरी के बदले जमीन मामले में सम्पत्ति जब्त करने की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के बाद लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि आखिर वे लगभग 100 करोड़ की सम्पत्ति के मालिक कैसे बने?  मोदी ने कहा कि इस मामले में चुप्पी साधने के बजाय नीतीश कुमार को तेजस्वी यादव से बिंदुवार जवाब मांगना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कालोनी वाला करोड़ों रुपये का बंगला ( डी-1088) एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का रजिस्टर्ड आफिस था। तेजस्वी यादव मात्र 4 लाख रुपये में इस कंपनी और उसके कार्यालय भवन के मालिक बन गए। मोदी ने कहा कि इसी कंपनी (एबी एक्सपोर्ट) के माध्यम से रेलवे में नौकरी पाने के लिए लिखवायी गई जमीन का मालिकाना हक लालू परिवार के सदस्यों को मिला। उन्होंने कहा कि जदयू लालू परिवार पर ईडी और सीबीआई की कार्रवाई का विरोध केवल दिखावे के लिए कर रहा है। उन्होंने कहा कि यदि इन मामलों में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को जेल जाना पड़ा, तो जदयू के लिए राजद पर कब्जा करना आसान हो जाएगा। मोदी ने कहा कि रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी पाने केे बदले हृदयानंद चौधरी ने पटना की अपनी 70 लाख की सम्पत्ति राबड़ी देवी और हेमा यादव को गिफ्ट कर दी। क्या यह सही नहीं है? उन्होंने कहा कि जदयू चाहता है कि राजद के प्रथम राजनीतिक परिवार के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई हो, ताकि नीतीश कुमार 2025 तक निष्कंटक राज करें।

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