बिहार में शराबबंदी के मामले में 5 महीने में 36120 एफआईआर, 47249 लोग गिरफ्तार
– सबसे ज्यादा गिरफ्तारी राजधानी पटना में
पटनाः बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार बिहार के विभिन्न जिलों की पुलिस और बिहार पुलिस की मदद से निषेध इकाई ने बीते 5 महीने में शराब पीने और बेचने वाले हजारों लोगों को सलाखों के पीछे भेजा है। जनवरी से लेकर मई तक की अवधि के दौरान शराबबंदी से जुड़े मामलों में 36120 प्राथमिकी दर्ज करते हुए 47249 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ-साथ 5634 वाहनों को भी जब्त किया गया है। शराबबंदी कानून के तहत पिछले 5 महीने में 572115 लीटर देसी शराब और 815313 लीटर विदेशी शराब जब्त करने में पुलिस को सफलता हासिल हुई है। आंकड़े के मुताबिक पिछले मार्च महीने में सबसे अधिक 8635 प्राथमिकी दर्ज की गई है, जबकि मई महीने में सबसे अधिक है 10629 लोग गिरफ्तार हुए हैं। वहीं मई महीने में शराब तस्करी में प्रयुक्त होने वाले सबसे अधिक 1277 वाहन को जब्त किया गया है। दरअसल बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा आम लोगों को शराब पीने, बनाने और बिक्री करने वालो की सूचना देने के लिए टोल फ्री नंबर 15545 दिया गया है, जिसके माध्यम से ज्यादातर लोगों की गिरफ्तारी सुनिश्चित हो पा रही है। बिहार पुलिस के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बिहार में मद्य निषेध अभियान की छापामारी के लिए कुल 20 स्वान दस्ता है, जिसमें से 12 कार्यरत है और 8 प्रशिक्षण में हैं। इसके अलावा मध निषेध की छापेमारी के लिए 8 जूम कैमरे कार्यरत है। मद्य निषेध के लिए बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा एंटी लिकर टास्क फोर्स का गठन किया गया है जो कि 233 हैं, यह सभी कार्यरत हैं। वहीं, साल 2022 के जनवरी से लेकर मई महीने तक में राजधानी पटना शराब बरामदगी में और गिरफ्तार अभियुक्तों में शीर्ष पर है। जहां 5 महीने में 136485 लीटर शराब और 4580 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन आंकड़ों से ही अंदाजा लगा सकता है कि राजधानी पटना में ही सरकार की नाक के नीचे सबसे ज्यादा शराब की बिक्री हो रही है. जहां पुलिस के तमाम आला सरकारी अधिकारी भी सक्रिय रहते हैं।