एमडीए अभियान में आईएमए से जुड़े चिकित्सक भी निभाएंगे भूमिका
– आईएमए से जुड़े चिकित्सक मरीज़ों को करेंगे जागरूक: आईएमए
– स्वास्थ्य कार्यकर्ता डोर टू डोर जाकर खिलाएंगे दवा: डॉ परमेश्वर प्रसाद
– लक्षित आबादी को कराया जाएगा दवा सेवन: सिविल सर्जन
– मरीजों की दवा पर्ची पर रबर स्टैंप लगाकर फ़ाइलेरिया बीमारी के प्रति किया जाएगा जागरूक: डॉ जेपी सिंह
कटिहार। राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2030 तक बिहार से फ़ाइलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए प्रत्येक वर्ष एमडीए अभियान संचालित किया जाता है। इसमें अधिक से अधिक लक्षित आबादी को फ़ाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कराया जाता है। आगामी 10 फ़रवरी से राज्य के 24 जिलों में लोगों को फ़ाइलेरिया की दवा खिलाई जानी है। इसके लिए राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा संयुक्त रूप से तैयारी तेज कर दी गई है। प्रस्तावित मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान को सफल बनाने में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) से जुड़े चिकित्सक भी सहयोग करने को लेकर राज्यव्यापी जागरूकता अभियान का हिस्सा बन गए हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) प्रदेश अध्यक्ष डॉ डीएस सिंह एवं सचिव डॉ अशोक कुमार ने संयुक्त रूप से पत्र जारी कर एसोसिएशन से जुड़े सभी सदस्य चिकित्सकों को प्रस्तावित एमडीए अभियान को सफल बनाने में सकारात्मक भूमिका निभाने की अपील की है।
स्वास्थ्य कार्यकर्ता डोर टू डोर जाकर खिलाएंगे दवा: डॉ परमेश्वर प्रसाद
फ़ाइलेरिया विभाग के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ परमेश्वर प्रसाद ने बताया कि सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम राज्य के 24 जिलों में संचालित किया जायेगा। इस दौरान 16 जिलों में 2 दवाएं एवं शेष 8 जिलों में तीन तरह की दवाएं डोर टू डोर भ्रमण कर लोगों को खिलाई जाएगी। बिहार में चिकित्सकों के महत्वपूर्ण संगठन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के सभी सदस्य चिकित्सक इस अभियान को सफल बनाने के लिए समुदाय के बीच अपने स्तर से जागरूक करेंगे।
लक्षित आबादी को कराया जाएगा दवा सेवन: डॉ जितेंद्र नाथ सिंह
सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि फ़ाइलेरिया उन्मूलन के लिए प्रत्येक वर्ष सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम का आयोजन किया जाता हैं। अभियान के माध्यम से अधिक से अधिक लक्षित आबादी को फ़ाइलेरिया से बचने की दवा का सेवन कराया जाता है। ज़िलें में आगामी 10 फ़रवरी से शुरू होने वाले एमडीए कार्यक्रम को शत प्रतिशत सफ़ल बनाने के लिए डब्ल्यूएचओ, केयर इंडिया, पीसीआई एवं नेटवर्क सदस्यों की सहभागिता अहम मानी गई हैं।
मरीजों की दवा पर्ची पर रबर स्टैंप लगाकर फ़ाइलेरिया बीमारी के प्रति किया जाएगा जागरूक: डॉ जेपी सिंह
जिला वैक्टर बोर्न पदाधिकारी डॉ जय प्रकाश सिंह ने बताया कि केयर इंडिया के सौजन्य से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) बिहार के साथ राज्यस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें एमडीए अभियान में आईएमए के सहयोग विमर्श किया गया था। बैठक के दौरान आईएमए से जुड़े सदस्य चिकित्सकों ने फाइलेरिया से मुक्ति को लेकर आयोजित कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए सहमति जताई थी। बैठक के बाद आईएमए की प्रदेश इकाई द्वारा राज्य के सभी जिलों के अध्यक्ष एवं सचिव को पत्र जारी किया गया है। पत्र में बताया गया है कि संगठन से जुड़े सभी सदस्य चिकित्सक ओपीडी में इलाज़ कराने के लिए आए मरीजों की दवा पर्ची पर फ़ाइलेरिया से संबंधित जागरूकता का रबर स्टाम्प लगाना सुनिश्चित करेंगे। पत्र में यह भी उल्लेखित किया गया है कि केयर इंडिया के सहयोग से सदस्य चिकित्सकों को उक्त रबर स्टाम्प जल्दी ही उपलब्ध करा दी जाएगी।