ब्रेकिंग
सम्भल हिंसा का मास्टरमाइंड कौन? जिसके एक इशारे पर दहल गया पूरा शहर… इन 7 एंगल पर हो रही जांच संभल हिंसा के लिए पुलिस जिम्मेदार, लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा: डिंपल यादव घर पर बना लें ये शैंपू, बाल बनेंगे हेल्दी, चमकदार और रेशम से मुलायम संभल मस्जिद विवाद के दो युवा किरदार, एक ने फरमान सुनाया और दूसरे ने अमल कराया 1.5 साल की दिल्लगी, फिर ब्याह लाया दूसरी दुल्हनिया… गर्लफ्रेंड ने किया विरोध तो कुल्हाड़ी से काट डाल... जमीन के लिए खून का प्यासा बना भतीजा, चाचा को मारी गोली, हालत गंभीर सस्ते नहीं, महंगे घरों की बढ़ रही है डिमांड, इस रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा स्कूल और घरों में भी सेफ नहीं बच्चे, केरल में थम नहीं रहा मासूमों का यौन शोषण बिहार में बेहाल मास्टर जी! कम पड़ रहा वेतन, स्कूल के बाद कर रहे डिलीवरी बॉय का काम बिहार: अररिया-हाजीपुर और किशनगंज में सांस लेना मुश्किल, 11 जिले रेड जोन में; भागलपुर और बेगूसराय में...

लिट्रा पब्लिक स्कूल पहुँचे बॉलीबुड कलाकार बृजेंद्र काला, बच्चों को सिखाये अभिनय के गुर

पटना। बॉलीवुड के जानेमाने चरित्र अभिनेता वृजेन्द्र काला ने लिट्रा पब्लिक स्कूल के छात्रों को अभिनय के गुर सिखाये।
वृजेन्द्र काला ने राजधानी पटना के पाटलिपुत्रा कॉलोनी स्थित लिट्रा पब्लिक स्कूल में एक कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के तौर पर शिरकत की। वृजेन्द्र काला ने छात्रों को संबोधित करते हुये कहा कि शिक्षा के साथ ही खेल कूद और सांस्कृतिक गतिविधि भी जरूरी है। कला के क्षेत्र में छात्रों के लिए अपार संभावनाएं हैं। किसी भी क्षेत्र में कामयाबी पाने के लिए जरूरी है कि हम कड़ी मेहनत कर आगे बढ़ें। जब हम अपनी रुचि के अनुसार अपना रोजगार चुनते हैं तो उस क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ साहित्य और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी छात्र के विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्र-छात्राओं को हिस्सा लेना चाहिए। अकादमिक शिक्षण के साथ-साथ विद्यार्थियों को सह शैक्षिक प्रतियोगिताओं में भी भागीदारी करना शिक्षा का एक महत्वपूर्ण अंग है। इससे छात्रों में सामाजिकता, नेतृत्व गुण, सामाजिक उपयोगिता, सहनशीलता की भावनाएं विकसित होती हैं और बालक का सर्वांगीण विकास होता है।
लिट्रा पब्लिक स्कूल की डायरेक्टर ममता मेहरोत्रा ने कहा कि उनके स्कूल में सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियां आयोजित की जाती है, जिससे सभी छात्र अपने देश समाज की संस्कृति को समझे और उसे जीवन में उतारने के लिए प्रेरित हो सके।सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन से छात्रों को काफी लाभ मिलता है।सांस्कृतिक गतिविधि से बच्चों में संस्कृति के प्रति सोचने समझने की क्षमता बढ़ती है, और बच्चों का सर्वागिण विकास होता है। शिक्षा संस्कारों के सृजन की आधारशिला होती है। सांस्कृतिक कार्यक्रम अभिव्यक्ति क्षमता के विकास के लिए आवश्यक होते हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.