घर में मेहंदी, इमली, बोनसाई, बबूल, कैक्टस, नींबू और आंवले के पौधे लगाने से तंगहाली बढ़ती है
पटना। आजकल लोग यह नहीं जानते हैं कि किन पौधों को घर में लगाने से तंगहाली बढ़ती है। फैशन का युग है और फैशन के अनुसार अपने छोटे छोटे घरों में आंतरिक सजावट के साथ सुंदर बनाने के लिए घर के आंगन या छोटे से खुले हिस्से में जिसे लोग गार्डन कहते है को सजाने के लिए पौधे लगाना ज्यादा पसंद करते है।
यह सही है कि पौधे लगाने से एक तरफ हरियाली का एहसास तो दूसरी तरफ पर्यावरण प्रदूषण दूर करने में सहायता का एहसान महसूस होता है। घर निर्माण से लेकर सजावट तक लोग वास्तु शास्त्र का सहारा ले रहे है। कई लोग अपने यहां लगाये जाने वाले पौधे और गमला रखने की दिशा तक वास्तुविज्ञ से जानकारी लेने के बाद लगाते/रखते है। लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग नकारात्मक पौधे को घर में लगा लेते है जो घर के सकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देता है।
नकारात्मक पौधा लगाने से सिर्फ घर की शांति ही प्रभावित नहीं होती है, बल्कि घर के सदस्यों के बीच मनमुटाव, आपसी कलह, घर परिवार की तरक्की, आर्थिक तौर से कमजोर होना भी प्रभावित होती है। घर में मेहंदी के पौधे, इमली का पौधा, बोनसाई के पौधे, बबूल का पौधा, कैक्टस के पौधे, खजूर के पौधे, नींबू और आंवले के पौधे (पेड़) कदापि नहीं लगाना चाहिए। इनमें से किसी एक ही पौधा घर में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार घर में होने लगता है और घर में तंगहाली बढ़ना शुरू हो जाता है।
मेहंदी के पौधे को लोगों के घरों में लगा हुआ अक्सर देखे जाते है। लोगों की धारणा है कि इसके पत्ते को पीसकर हाथों में और बालों में लगाते है तथा औषधि के रूप में इस्तेमाल होता है इसलिए यह शुभ है, लेकिन वास्तु के अनुसार यह पौधा घर में लगाना पूरी तरह निषेध है।
बोनसाई के पौधे को आजकल घरों में लगाने का फैशन चल रहा है, क्योंकि यह पौधा देखने में खूबसूरत लगते है। लेकिन यह पौधा जिस घर में लगता है उस घर का विकास रुक जाता है। धन की क्षय होने लगता है। परिजनों से संबंध में खटास आने लगता है। भाग्य – किस्मत बिगड़ने लगता है। कहा गया है कि जिस पौधों से दूध निकलता हो उसे घर में नहीं लगाना चाहिए।
इमली का पौधा घर में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार घर में होने लगता है। जिस तरह वास्तु शास्त्र में बोनसाई के पौधे को लगाने के लिए मना किया जाता है उसी प्रकार शास्त्र घर में इमली का पौधा लगाने को मना करता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस जमीन पर इमली का पौधा लगा हो वहां पर घर नहीं बनाना चाहिए।
बबूल का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर होता है और इसी गुणों के चलते लोग अपने घरों में बहुतायदाद में लगाते है, इसमें किसी तरह का कोई संदेह नहीं है, लेकिन वास्तु शास्त्र का कहना है कि बबूल का पौधा घर, परिवार, समाज में विवादों को जन्म देता है, इसलिए घर में नहीं लगाना चाहिए। जिस घर में इस पौधे को लगाया जाता है उस घर में हमेशा विवादास्पद स्थितियाँ पैदा होती है।
कैक्टस के पौधे के संबंध में मान्यता है कि इस पौधे को लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में दुर्भाग्य शुरू हो जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर या घर के आसपास किसी भी तरह के कांटेदार पौधे लगाने से बचना चाहिए। इसलिए कैक्टस का पौधा नहीं लगाना चाहिए।
खजूर के पौधे सर्दियों के दिनों में बहुतायदाद में इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि इसके फल को फल सामग्री के रूप में लोग इस्तेमाल करते है। इससे नीर भी निकाला जाता है जिसका लोग सेवन करते है।, लेकिन इसका पौधा घर में लगाने से परिवार की किस्मत खराब हो जाती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में खजूर का पेड़ लगाने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही आर्थिक तौर पर परिवार पिछड़ने लगता है।
नींबू और आंवले का पेड़ प्रायः लोग अपने घर या गार्डन में लगाते है, परन्तु वास्तु शास्त्र के अनुसार इन्हें शुभ नहीं माना गया है। यदि घर या घर के बाहर नींबू या आंवले का पेड़ लगा हो तो उसे शीघ्र हटा देना चाहिए, क्योंकि इनके मौजूद रहने से घर में क्लेश बढ़ता है और तनाव की स्थिति निर्मित होती है।