पर्यावरण संरक्षण के लिए पद यात्रा
पटना। प्रेम यूथ फाउंडेशन के स्वयंसवको ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर पचास किलोमीटर का पदयात्रा किया है। मौके पर उपस्थित फाउंडेशन के संस्थापक गांधीवादी प्रेम जी ने बताया कि पर्यावरण से छेड़छाड़ मानव सभ्यता के लिए खतरे की घँटी है। जलवायु परिवर्तन के रूप में परिणाम सामने है। कही बाढ़ तो कही सुखाड़ तो कही सुनामी और भूकम्प की आहट सुनाई दे रही हैं। मानव भौतिक सुखों के लिए प्रकृतिक संसाधनों का बेतहासा दोहन कर रहा है जिसके फल स्वरूप पर्यावरण में असंतुलन पैदा होते जा रहा है। विकाश के नाम पर ताल,तलैया,नाहर पोखर को भर कर मकान बनाया जा रहा है तो वही हरे पेड़ों को काटकर सड़क और कारखाने बनाये जा रहे है। पटना से मोकामा तक गंगा की गोद मे हजारों इट भट्टा दिन रात धुंआ उगल रहा है वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा काफी बढ़ गया है लोगो को सास लेना भी दूभर हो गया है। उन्होंने बताया कि जहाँ बागों से गुलज़ार गुलजार बाग हुआ करता था वहां हम एशिया का सबसे बड़ा कालोनी कंकड़बाग बना दिया। पटना की हवा और पानी जहर बन गया है। समय रहते अगर नही चेता गया तो परिणाम भयानक होंगे। उन्होंने लोगो से अपील किया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आये अधिक से अधिक पेड़ लगाये, जल संचय करें। पदयात्रा में अमित कुमार, सुधांशू कुमार, सुमित कुमार, ऋतिक राज वर्मा, रवि कुमार, गुंजा कुमारी, काजल कुमारी, सुजाता कुमारी, पूजा कुमारी, सपना कुमारी, जोया अंसारी ने भाग लिया।