कलाकारों की बेइज्जती बिहार में नहीं बर्दाश्त करेगा भाजपा कला संस्कृति प्रकोष्ठ
पटना। भाजपा कला संस्कृति प्रकोष्ठ बिहार के प्रदेश संयोजक वरुण कुमार सिंह ने एक बयान जारी कर 15 अप्रैल को गोपालगंज जिले के थावे में आयोजित थावे महोत्सव में भोजपुरी की पार्श्व गायिका प्रियंका सिंह के साथ मंच पर एंकर और जिला प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा की गई शर्मनाक हरकत की जमकर निंदा की गई है 16 अप्रैल को प्रियंका सिंह के घर पर जाकर वरुण कुमार सिंह एवं गोपालगंज भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव गिरी जी गोपालगंज की विधायिका के पुत्र अंकित सिंह एवं अन्य भाजपा के टीम के साथ उनके घर पर जाकर मुलाकात की और सारी बातों से अवगत हुए एक बयान जारी कर कहा है कि प्रियंका सिंह गोपालगंज जिले की ही रहने वाली है तथा मुंबई में रहती हैं 20,000 से ज्यादा भोजपुरी के गीत गाए हैं 200 से ज्यादा भोजपुरी फिल्मों में पार्श्व गायन भी किया है एक जाना पहचाना नाम होने के बावजूद 15 अप्रैल को आयोजित कार्यक्रम में का प्रियंका सिंह को साजिश के तहत अपमानित करने का प्रयास किया गया पहले तो मंच के पीछे पानी दिया गया ना नाश्ता दिया गया न सुरक्षा भैया कराया गया पहले से उनके लिए 9 बजे का कार्यक्रम निर्धारित था।मंच पर 11 बजे के करीब जाने का मौका मिला जय वह गीत गा रही थी बीच में एंकर ने उनके हाथ से माइक छीन लिया और प्रियंका सिंह रोने लगी जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वरुण कुमार सिंह ने कहा कि जानबूझकर बिहार के कलाकारों को प्रताड़ित किया जा रहा है पर्यटन और कला संस्कृति विभाग में बैठे दलाल नहीं चाहते हैं कि बिहार की कला संस्कृति को प्रमोट करने के लिए बिहार के कलाकारों को मौका मिले एक तो बिहार के कलाकारों को काम नहीं मिलता है पर जिन्हें मिलता है उन्हें भी इतना ज्यादा बेइज्जत किया जाता है कि वे भविष्य में फिर कभी बिहार के किसी सरकारी कार्यक्रम में शिरकत करने की हिम्मत नहीं करेंगे वरुण कुमार सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री बिहार के पर्यटन मंत्री बिहार के कला संस्कृति मंत्री को पत्र लिखकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है उन्होंने कहा कि कलाकार किसी जाति किसी धर्म या किसी पार्टी का नहीं होता कलाकार कलाकार होता है और वह सम्मान और प्यार का भूखा होता है जो कुछ प्रियंका सिंह के साथ हुआ है उसकी वेदना बिहार के सभी कलाकारों के मन में है।