खेतों में पानी नहीं बिचड़ा कैसे डालें किसान : डॉ लक्ष्मी नारायण
फतुहा। बिहार में गर्मी आग उगल रही है। इसकी सबसे अधिक सकंट किसानों को झेलनी पड़ रही है। पूरे बिहार लगभग 35 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की खेती का लक्ष्य निर्धारित है। अब तक 5 फ़ीसदी खेतों में भी धान के बीच में नहीं डाले जा सकते हैं। किसान बारिश का इंतजार कर रहे हैं भीषण गर्मी के कारण जो किसान डीजल या बिजली मोटर से धान के बीज रोपे हैं, वह भी स्वाहा हो गया है। किसानों के भी हाहाकार बची हुई है। डॉ लक्ष्मी नारायण सिंह पटेल ने कहा कि धान का बीज बोने का समय रोहन नक्षत्र से शुरू होकर आद्रा नक्षत्र तक चलता है। रोहन नक्षत्र 25 मई को प्रवेश किया और फिलहाल मृगशिरा नक्षत्र चल रहा है और 22 जून की रात से आद्रा नक्षत्र प्रवेश कर जाएगा जो 6 जुलाई तक रहेगा। किसान डॉ लक्ष्मी नारायण सिंह पटेल ने कहा कि इस वर्ष 17 जून तक मौसम में कोई बदलाव नहीं होने की स्थिति बने रहने से किसान काफी चिंतित है। हर वर्ष जून में मानसून बारिश अवश्य होती थी जो अब तक नहीं हो पाई है।17/18 जून तक 15 /20% धान के बीज बोए जाते थे। अब तक 1% भी बीज नहीं बोल रहे हैं। बताया जाता है कि पानी का स्तर काफी नीचे चला गया है , बोरिंग से भी पानी नहीं निकल रहा है। डॉ लक्ष्मी नारायण सिंह पटेल ने माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान से कोई टैक्स नहीं देते हैं बाबजूद 6 हजार रुपए सालाना दे रही है। जबकि किसान का मालिक आप है आपको सभी सुख- दुख शामिल होना चाहिए। आपको प्रत्येक किसान को 18 हजार महीना देना चाहिए। अमेरिका ने किसान को मुफ्त में बीज ,खाद , बिजली ,दवा आदि देती है तथा किसान से समूचे अनाज खरीद लेती है उस तरह आप भी शुरुआत करें मुफ्त में,बीज,खाद, बिजली आदि तथा एक नया इतिहास का शुभारंभ कर दें।