ब्रेकिंग
जहानाबाद दोहरे हत्याकांड में सात आरोपियों को सश्रम आजीवन कारावास डोनियर ग्रुप ने लॉन्च किया ‘नियो स्ट्रेच # फ़्रीडम टू मूव’: एक ग्रैंड म्यूज़िकल जिसमें दिखेंगे टाइगर श... छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने हेतु मनी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राबड़ी, मीसा, हेमा यादव के खिलाफ ईडी के पास पुख्ता सबूत, कोई बच नहीं सकता “समान नागरिक संहिता” उत्तराखंड में लागू - अब देश में लागू होने की बारी नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिलाया पांच‌ प्रण बिहार में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को नहीं मिल रहा लाभ : राधिका जिला पदाधिकारी ने रोटी बनाने की मशीन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफ...

देश के स्टील मैन Jamshed J Irani का निधन

जमशेदपुर | देश के स्टील मैन कहे जाने वाले जमशेद जे ईरानी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। उन्होंने सोमवार रात जमशेदपुर में अंतिम सांस ली। वह 86 साल के थे। यह जानकारी टाटा स्टील की ओर से दी गई।टाटा स्टील की ओर से जारी बयान में बताया गया, ‘स्टील मैन ऑफ इंडिया अब नहीं रहे। पद्म विभूषण डॉ. जमशेद जे ईरानी के निधन की जानकारी देते हुए टाटा ग्रुप बेहद दुखी है। उन्होंने 31 अक्तूबर को रात 10 बजे जमशेदपुर में अंतिम सांस ली।’  बता दें कि ईरानी जून 2011 में टाटा स्टील के बोर्ड से सेवानिवृत्त हुए थे।

जीजी ईरानी और खुर्शीद ईरानी के घर में दो जून 1936 के दिन जन्म लेने वाले जमशेद ने 1956 में नागपुर के साइंस कॉलेज से बीएससी की थी। वहीं, उन्होंने नागपुर विश्वविद्यालय से 1958 में एमएससी पूरी की। इसके बाद वह जेएन टाटा स्कॉलर के रूप में ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ शेफील्ड गए और 1960 में मास्टर्स कंप्लीट किया। इसके अलावा 1963 में उनकी पीएचडी हुई।

गौर करने वाली बात है कि जमशेद ईरानी ने अपने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत ब्रिटिश आयरन एंड स्टील रिसर्च असोसिएशन के साथ 1963 में की, लेकिन उनका सपना हमेशा देश की तरक्की में योगदान देने का रहा। वह 1968 में भारत लौटे और टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी की स्थापना की, जिसे आज टाटा स्टील के नाम से जाना जाता है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.