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सूत्रधार ने टैगोर जयंती पर उनकी स्मृति में किया आयोजन

नुक्कड़ नाटक  पेंशन का टेंशन एवं संगोष्ठी आयोजित

खगौल। रविवार को सूत्रधार, खगौल द्वारा गुरु रविन्द्र नाथ टैगोर की जयंती मनाई गई।यह कार्यक्रम दो चरणों में मनाया गया।पहले चरण में दानापुर रेलवे स्टेशन के दक्षिणी छोर स्थित आरक्षण कार्यालय के पास टैगोर के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद अनिल कुमार साहनी व विशाल विजय लिखित, नीरज कुमार निर्देशित नुक्कड़ नाटक ‘ पेंशन की टेंशन” की प्रस्तुति की गई।इस नाटक में सरकार द्वारा व्याप्त भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार किया गया।इसमें दिखाया गया कि कैसे एक अवकाश प्राप्त वृद्ध व्यक्ति को पेंशन चालू करवाने के लिए कई सालों तक दफ़्तर का चक्कर लगाना पड़ता है।कोई सुनने वाला नहीं है।अंत में न्यूज चैनल की इस ख़बर से सरकार की पोल खोलती है लेकिन अंततः उस वृद्ध को पेंशन नहीं मिलता है।नाटक के कलाकार नीरज कुमार, शशिभूषण, सुधीर, रोहित कुमार पुनिता चौधरी ने अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया।
दूसरे चरण में “सूत्रधार” के कार्यालय जमालुद्दीन चक में रविन्द्र नाथ टैगोर – एक परिचय ‘ विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई।संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि जिला पार्षद,फुलवारी शरीफ दीपक मांझी और अध्यक्षता सूत्रधार के महासचिव और वरिष्ठ रंगकर्मी नवाब आलम ने किया। श्री आलम ने कहा कि टैगोर एक महान साहित्यकार, दार्शनिक के साथ चित्रकार भी थे।इन्हें ‘गीतांजलि’ के लिए एशिया में प्रथम नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था।
प्रसिद्ध यादव ने बताया कि साहित्य और संगीत के बिना आज लोग संवेदनहीन होते जा रहे हैं। नतीजा, आज घर ,परिवार, समाज में कटुता और द्वेष फैल रहा है, लोग कुंठित मानसिकता के होकर कटुता और द्वेष फैल रहा है।लोग एकांकी और कुंठित जीवन जीने को मजबूर हैं । इस मौके पर अपने संबोधन में दीपक मांझी ने सूत्रधार के इस आयोजन की तारीफ करते हुए कहा कि खगौल में प्रेक्षागृह निर्माण के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।
नीरज कुमार ने टैगोर के नाटक पक्ष की चर्चा करते हुए नाटक काबुलीवाला मिनी के बारे मे विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर रंगकर्मी संजय गुप्ता, समाजसेवी चंदू प्रिंस,गायक संतोष कुमार, रणवीर प्रताप आदि मौजूद थे।

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