बजरंगी…,बनो मुसीबत में संगी
नई दिल्ली। समय का मिजाज बदल गया है। हर व्यक्ति के मुंह से “बजरंग बली की जय” के नारे लगाए जा रहे हैं। कट्टर से कट्टर लोग भी नारे लगा रहे हैं। अच्छे संकेत हैं। आप रुद्रावतार का नाम किसी भी भाव से लीजिए। शुभ फल अवश्य मिलेगा। हनुमान जी महाराज की कृपा से अब सनातन को परिभाषित करने की जरूरत नहीं है। सनातन था, है और रहेगा। बिहार की राजधानी पटना पधारे बाबा के आराध्य हनुमान जी का चमत्कार अभी बहुत कुछ दिखाएगा। हनुमान जी किसी को नहीं छोड़ने वाले। ना दुष्ट को छोड़ सकते हैं और ना ही अपने भक्तों को। सिर्फ महसूस कीजिए। राजनीतिक पार्टियों के फेरे में कुछ लोग चिरकुटई कर देते हैं। ज्ञानियों को कौन समझाए, चित और पट दोनों जनता को मूर्ख बनाने के लिए ही है। भाईचारा बिगाड़ने के लिए है। वैसे भी राक्षस प्रवृत्ति के लोगों की कमी आदिकाल से नहीं रही है। ऐसे लोग किसी पार्टी के नहीं होते। और ना ही किसी धर्म के होते हैं। आज मैं आपको इनके खानदान की महिला का नाम बताता हूं। गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने रामचरितमानस में उसका वर्णन किया है। ध्यान से देखिए, हर जगह इस खानदान के लोग मिलेंगे।