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संतोष सुमन को पता होना चाहिए कि इस्तीफा किसे दिया जाता : शिवानंद

पटना। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि मंत्री मंडल से हटने के लिए इस्तीफा किसको दिया जाता है यह जीतन राम मांझी ने अपने बेटे संतोष सुमन को शायद नहीं बताया था। विजय कुमार चौधरी को इस्तीफा देने का क्या मतलब था। इस उम्मीद में कि नीतीश कुमार मनावन करेंगे.। लेकिन उल्टा उनका इस्तीफा मंजूर हो गया। सुमन कह रहे हैं कि जदयू में हम को विलीन करने के लिए कहा जा रहा था। हम के नेतृत्व से जबरन यह कोई कैसे करा सकता था क्या यह तो कहने की बातें हैं। जो कुछ हुआ उसकी पटकथा कहां और किसके द्वारा लिखी गई है यह बात भी छीपी रहने वाली नहीं है। कहीं ऐसा नहीं हो कि जीतन राम मांझी ‘चौबे से छब्बे बनने के चक्कर में दूबे’ भी नहीं बन पाएं। उन्होंने कहा कि संतोष सुमन, विधान सभा का चुनाव हारने के बाद लालू प्रसाद की कृपा से विधान परिषद के सदस्य हैं। उसी हैसियत से नीतीश मंत्रिमंडल के सदस्य थे। जीतन राम मांझी की बेचैनी की वजह दूसरी है। अभी गया में इनकी बेटी मेयर का चुनाव लड़ी थीं शायद जमानत बचाने लायक वोट भी नहीं पा सकीं।अभी अभी दो तीन दिन पहले गया नगर निगम के उप चुनाव में इनके निकटस्थ को मात्र तेरह वोट मिल पाया। दरअसल नीतीश कुमार की कृपा से मुख्यमंत्री बनने के बाद जीतन राम मांझीआसमान में पहुंच गए हैं। उनका उतावलापन रोजाना उनकेअखबारी बयानों में नजर आता है। लगता है कि अपने उतावले पन का शिकार उन्होंने अपनी दूसरी पीढ़ी को ही बना दिया है।

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