जितना कीचड़ उछालेगा कमल उतना ही खिलेगा : अनील शर्मा
फतुहा। भाजपा वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जितना कीचड़ उछाला जाएगा, कमल उतना ही खिलेगा। विपक्ष सरकार के लिए चुनौती बनने के बजाय केवल खुद को बचाने में नजर आ रहा है। वह अपनी अस्मिता की लड़ाई तो लड़ रहा है, परंतु सत्तारूढ़ दल को अपदस्थ करने की इच्छा पात्रता स्वयं विकसित नहीं कर पा रहा है। विपक्ष पूर्णतः छिन-भिन्न होकर इतना कमजोर एवं निस्तेज नजर आ रहा है कि सशक्त या राजनीतिक विकल्प की संभावनाएं मृत पराया लग रही है। लगता है कि विपक्ष राजनीति ही नहीं नीतिविहीन भी हो गया है। यही कारण है कि आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर पहुंचते हुए राजनीतिक सफर में विपक्ष की इतनी निस्तेज बदतर एवं विलोपपूर्ण स्थिति कभी नहीं रही । विपक्षी दल भाजपा को पराजित तो करना चाहते हैं परंतु समझ नहीं पा रहे कि किन मुद्दों को लेकर संघर्ष करें और जनता के बीच जाएं। न उनके पास प्रभावी मुद्दे हैं और न मुद्दों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने का माद्दा है। कहां है प्रभावी विपक्ष कहां है देश हित के मुद्दे,
विपक्ष की कोशिश हर हाल में भाजपा संघ और प्रधानमंत्री को उद्योगपतियों का हितैषी तथा मुसलमानों,दलितों ,आदिवासियों, का विरोधी तथा स्वर्ण जातियों का समर्थन साबित करने की प्रतीत होती है। क्या इन मुद्दों पर के आधार पर विपक्ष भाजपा को कमजोर करने में सफल हो पाएगा। विपक्ष ने मजबूती से अपनी सार्थक एवं प्रभावी भूमिका का निर्वाह नहीं किया तो उसके सामने आ गया अंधेरा ही अंधेरा है। भारत कि जनता ने एक बार फिर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का निर्णय ले लिया है।