माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार श्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री, बिहार श्री नीतीश कुमार जी द्वारा 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह (15 अगस्त, 2021) के अवसर पर गाँधी मैदान में आयोजित राजकीय समारोह में घोषणा की गयी कि राज्य के किसानों को कृषि उत्पाद हेतु बाजार की सुविधा उपलब्ध करने के उद्देश्य से सभी कृषि उत्पादन बाजार समितियों का जीर्णोद्धार एवं चरणबद्ध तरीके से विकास कराया जायेगा। वहाँ पर अनाज, फल-सब्जी एवं मछली का अलग-अलग बाजार की व्यवस्था, स्टोरेज की सुविधा आदि कार्य कराये जायेंगे। इस कार्य पर लगभग 2700 करोड़ रूपये की लागत आयेगी। राज्य के किसानों को उनके फसल उत्पादों, मछली आदि के लिए उचित मूल्य एवं बेहतर बाजार की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से राज्य के सभी बाजार समिति के प्रांगणों के सुदृढ़ीकरण के लिए प्रांगणों में चहारदीवारी, सड़क, नाला आदि निर्माण के साथ-साथ सफाई, सुरक्षा, बिजली, पानी, महिलाओं एवं पुरूषों के लिए अलग-अलग शौचालय आदि की व्यवस्था के साथ ही गोदाम तथा कोल्डस्टोरेज के लिए विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन में निधि की व्यवस्था की गई है। कृषि विभाग द्वारा बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के माध्यम से राज्य के सभी 54 कृषि उत्पादन बाजार समितियों के जीर्णोद्धार हेतु विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन तैयार कर वित्त विभाग को उपलब्ध कराया गया।
माननीय मंत्री ने कहा कि वित्त विभाग के परियोजना जाँच समिति ने राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा सम्पोषित ग्रामीण आधारभूत संरचना विकास निधि के अंतर्गत सभी 54 कृषि उत्पादन बाजार समितिओं के जीर्णोद्धार एवं विकास करने के लिए प्रथम चरण में 1304.83 करोड़ रूपये ऋण देने के प्रस्ताव पर अपनी सहमति प्रदान की गई है।
श्री सिंह ने बताया कि बिहार के 20 बाजार प्रांगणों में सड़क, नाला, चहारदिवारी, मेन गेट, हाईमास्क लाईट, प्रषासनिक भवन की मरम्मति, गड्ढ़ा भराई, शौचालय एवं विद्युतीकरण का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। बिहार शरीफ बाजार प्रागंण का जीर्णोद्धार एवं विकास स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत किया जा रहा है। माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा ‘एक राष्ट्र, एक बाजार’ की व्यवस्था की घोषणा की गई है, जिसका सबसे ज्यादा लाभ बिहार को मिलेगा। बिहार के किसानों को उनके फसल उत्पादों के लिए अधिकतम मूल्य मिल पायेगा। इस प्रकार किसानों की आय में अपेक्षित वृद्धि हो पायेगी एवं किसान समृद्ध होगा।