मास्को। रूस और यूक्रेन के बीच जारी विवाद को शांत करने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मॉस्को और कीव की यात्रा पर हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मॉस्को की यात्रा पर आए मैक्रों से मुलाकात की और यूक्रेन संकट और यूरोप में सुरक्षा मुद्दे पर चर्चा की। क्रेमलिन में घंटों चली बातचीत के बाद पुतिन ने मैक्रों के साथ एक संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस में कहा बैठक अर्थपूर्ण और उपयोगी रही। रूस के राष्ट्रपति ने कहा सुरक्षा पर रूस की मुख्य चिंताओं को अमेरिका और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने नजरअंदाज कर दिया है।
सैन्य गठबंधन रूस को अपने सशस्त्र बलों को कहां और कैसे तैनात करना है, इस पर व्याख्यान देने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने फ्रांसीसी राष्ट्रपति से कहा कि कीव ने यूक्रेन के मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान पर 2015 के मिन्स्क समझौतों का पालन करने से इनकार कर दिया और यहां तक कि सौदों को खत्म करने का लक्ष्य रखा है।
इसके बाद मैक्रों ने कहा कि पुतिन ने उनसे कहा है कि मॉस्को यूक्रेन संकट को अब और आगे नहीं बढ़ाएगा। कीव दौरे पर मैक्रों की यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है, जब क्रेमलिन ने इस बात से इनकार कर दिया है कि उन्होंने और पुतिन ने संकट को कम करने के लिए कोई समझौता किया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि मौजूदा स्थिति में, मास्को और पेरिस कोई भी समझौता नहीं कर सकते हैं।
रूसी आक्रमण की बढ़ती आशंकाओं के बीच मैक्रों ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की है। जेलेंस्की के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में मैक्रों ने कहा कि हम इस संकट को कुछ घंटों में नहीं सुलझा सकते। आने वाले दिनों, हफ्तों और महीनों में इसका समाधान निकल सकता है। जेलेंस्की ने साफ कर दिया कि उन्हें मैक्रों को दिए गए पुतिन के किसी भी आश्वासन पर कोई भरोसा नहीं है। मंगलवार को मैक्रों कीव के बाद बर्लिन पहुंचे, जहां उन्होंने जर्मनी के नेताओं के साथ बैठक की।
पुतिन ने नाटो के पूर्व की ओर विस्तार के लिए रूस के विरोध को दोहराया। ब्रीफिंग के दौरान, मैक्रों ने कहा उनका मानना है कि यूरोप के लिए एक शांतिपूर्ण रास्ता खोजने का अवसर अभी भी है, जहां सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए तंत्र की आवश्यकता है और मौजूदा समझौतों को एक ही समय में संरक्षित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यूक्रेन संकट के राजनीतिक समाधान का कोई विकल्प नहीं है और मिन्स्क समझौते इसका आधार बने हुए हैं। रूस और अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो के बीच मास्को द्वारा प्रस्तावित सुरक्षा गारंटी के लिए मैक्रों ने कहा कि बातचीत जारी रहनी चाहिए। हालांकि आम सहमति तक पहुंचना आसान नहीं होगा। पुतिन और मैक्रों मंगलवार को कीव के दौरे के बाद फोन पर बात करने पर सहमत हुए।
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