ब्रेकिंग
जहानाबाद दोहरे हत्याकांड में सात आरोपियों को सश्रम आजीवन कारावास डोनियर ग्रुप ने लॉन्च किया ‘नियो स्ट्रेच # फ़्रीडम टू मूव’: एक ग्रैंड म्यूज़िकल जिसमें दिखेंगे टाइगर श... छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने हेतु मनी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राबड़ी, मीसा, हेमा यादव के खिलाफ ईडी के पास पुख्ता सबूत, कोई बच नहीं सकता “समान नागरिक संहिता” उत्तराखंड में लागू - अब देश में लागू होने की बारी नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिलाया पांच‌ प्रण बिहार में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को नहीं मिल रहा लाभ : राधिका जिला पदाधिकारी ने रोटी बनाने की मशीन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफ...

अफगानिस्तान में 10 लाख बच्चे कुपोषण से मरने की कगार पर…UNICEF बोला- 30 लाख बच्चे गंभीर कुपोषण से पीड़ित

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने चेतावनी दी है कि अगर तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो 10 लाख अफगान बच्चे गंभीर तीव्र कुपोषण से मर सकते हैं। यूनिसेफ अफगानिस्तान ने ट्वीट कर कहा, बच्चे गंभीर कुपोषण से मर सकते हैं। UNICEF अफगान बच्चों को उनके ठीक होने में सहायता के लिए उच्च ऊर्जा मूंगफली का पेस्ट प्रदान कर रहा है। यूनिसेफ अफगानिस्तान ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि हाल ही में पतले दस्त से उबरने के बाद दो साल की सोरिया अस्पताल में दोबारा भर्ती की गई है। उसकी मां पिछले 2 सप्ताह से सोरिया के ठीक होने का बेसब्री से इंतजार कर रही है।

टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कुपोषण से प्रभावित बच्चों की बढ़ती संख्या के बावजूद सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अफगानिस्तान में कोई भी कुपोषण देखभाल केंद्र सक्रिय नहीं है। टोलो न्यूज की रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि जन स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अफगानिस्तान में कुपोषण से पीड़ित बच्चों की संख्या लगभग 3.2 मिलियन है।

अफगानिस्तान में मानवीय स्थिति काफी खराब हो गई है क्योंकि तालिबान ने पिछले साल अगस्त के मध्य में काबुल पर कब्जा कर लिया था। विदेशी सहायता के निलंबन, अफगान सरकार की संपत्ति को फ्रीज करने और तालिबान पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों की वजह से वहां की स्थिति काफी खराब हो चली है। पहले से ही उच्च गरीबी के स्तर से पीड़ित देश को पूर्ण विकसित आर्थिक संकट में डाल दिया है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.