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श्री नैमिष धाम ज्यादा संवारा जायेगा धाम के तीर्थ विकास परिषद के गठन का प्रस्ताव मंजूर

लखनऊ। यूपी में श्री नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद के गठन के प्रस्ताव को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है। नगर विकास और ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने यहां लोकभवन में पत्रकारों को बताया कि इस फैसले से पौराणिक महत्व के अनुरूप नैमिष धाम ज्यादा संवारा जायेगा और वहां समन्वित विकास किया जायेगा। आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योगी आदित्यनाथ  सरकार की इस पहल का ब्यौरा देते हुए मंत्री ने कहा कि सीतापुर व हरदोई जिलों के 36 गांवों को मिलाकर इस परिषद का गठन किया जाएगा। तीर्थ विकास परिषद का मुख्यालय सीतापुर में होगा।
जानकारों के अनुसार 88000 ऋषियों की पावन तपस्थली नैमिषारण्य की पौराणिक महत्ता है। गठित होने जा रहे तीर्थ विकास परिषद का विस्तार सीतापुर हरदोई के भीतर स्थित नैमिषारण्य क्षेत्र में होगा। एक सरकारी बयान के अनुसार श्री नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद एक निगमित निकाय होगा जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे जबकि मंत्री पर्यटन विभाग उपाध्यक्ष होंगे। मुख्यमंत्री द्वारा कार्यपालक उपाध्यक्ष की नियुक्ति भी की जाएगी। इसके अलावा सदस्यों की नियुक्ति भी की जाएगी। परिषद का एक मुख्य कार्यपालक अधिकारी होगा।
विरासत के संरक्षण का ज्ञान और अनुभव रखने वाले 5 प्रख्यात व्यक्ति राज्य सरकार के परामर्श से अध्यक्ष द्वारा नामित किए जाएंगे। परिषद के गठन संबंधी अधिसूचना जारी होने के बाद एक नियोजन तथा विकास समिति का गठन भी होगा। नियोजन तथा विकास समिति के अध्यक्ष जिला मजिस्ट्रेट सीतापुर होंगे जबकि मुख्य कार्यपालक अधिकारी सदस्य सचिव होंगे।

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