पड़ोसियों का खुलासा- अरबपति होने के बावजूद शादियों में बाथरूम की चप्पल पहनकर चला आता था पीयूष जैन, जानें कैसे हाथ लगा ‘कुबेर का खजाना’
कानपुर का इत्र (Perfume) कारोबारी पीयूष जैन इस समय पूरे देश में सुर्खिय़ों में छाए हुए है। बता दें कि पीयूष जैन के घर पर हुई छापेमारी में करीब 194.45 करोड़ रुपए से अधिक नकदी, 23 किलो सोना, 600 किलो चंदन की लकड़ी बरामद हुई, जिसके चलते इस समय वह जेल में बंद है।
VIP दिखावा नहीं करता था
इस बीच जहां लोग इस खबर से हैरान है वहीं कन्नौज में उसके पड़ोसियों को भी भनक नहीं थी कि पीयूष जैन इतना बड़ा अरबपति है। दरअसल पीयूष जैन ने कभी भी पब्लिकली VIP दिखावा नहीं दिखाया वह बहुत ही साधारण और मामुली इंसान बनकर रहता था जिस वजह से उसके पड़ोसी काफी हैरान हुए।
अरबपति होने के बावजूद स्कूटर पर घूमता था पीयूष जैन
पड़ोसियों की मानें तो पीयूष जैन एक साधारण स्कूटर पर घूमता था और शादियों में वह बाथरूम की चप्पल पहनकर ही चला आता था। कन्नौज के चिपट्टा इलाके में उनके पड़ोसी ने कहा कि पीयूष अपने पुराने बजाज सुपर स्कूटर पर ही शहर में घूमा करता था। बकौल पड़ोसी, मैंने उसे कन्नौज में अन्य इत्र व्यवसायियों की तरह कारों में चलते हुए कभी नहीं देखा। वह शादियों में रबर की बाथरूम चप्पलों में इतना ही उसे कभी कभी हमने पजामे में और जर्जर कपड़ों में भी देखा है।
सामाजिक व्यक्ति नहीं हैं पीयूष जैन
एक अन्य पड़ोसी के अनुसार, पीयूष सामाजिक व्यक्ति नहीं हैं। शायद ही पड़ोस में संबंध रखता है या बातचीत करता है। जब वह कन्नौज में था, तो वह और परिवार के अन्य लोग खुद तक ही सीमित रखते थे।
15 वर्षों में हुई संपत्ति में इजाफा
निवासियों ने बताया कि पहले की अपेक्षा पीयूष जैन की संपत्ति में काफी बदलाव हुआ है। पीयूष का परिवार यहां पीढ़ियों से रह रहा है। पिछले 15 वर्षों में उसकी संपत्ति की स्थिति बदली है। परिवार में दो कमरों का घर हुआ करता था जिसमें पीयूष और उनके दो भाई-बहनों का पालन-पोषण हुआ था
पीयूष के दादा थे परफ्यूमरी व्यापारी
जानकारी के अनुसार, पीयूष के दादा परफ्यूमरी यानि कि इत्र के व्यापारी थे और पिता महेश चंद्र जैन एक केमिस्ट थे, जिन्होंने परफ्यूम कंपाउंड तैयार किया और अपने दोनों बेटों पीयूष जैन और अंबरीश जैन को फॉर्मूला दिया, जिन्होंने 2010 में अपनी कंपनी ओडोकेम केमिकल्स लॉन्च की थी। भाग्य ने उनका साथ दिया, पीयूष जैन और उनके भाइयों ने दो घर खरीदे जिसमें उसके पिता और स्टाफ के कुछ मेंबर रहते हैं।
घर के अंदर क्या हो रहा है पड़ोसी को नहीं होती थी खबर
वहीं इन दोनों घरों को एक साथ ज्वाइंट किया गया था और इस ढंग से घर की डिजाइन की गई है कि आसपास के घर के लोग नहीं देख सकते कि अंदर क्या है। इस समय परिवार के पास चार घर हैं, जिनमें से एक कन्नौज में 700 वर्ग गज में फैला हुआ है। इसके अलावा कानपुर के आनंदपुरी इलाके में एक घर है। बता दें कि GST इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की पूरी कार्रवाई इन कन्नौज घरों पर हो रही है जहां पिछले 84 घंटों से 34 लोग बिना रुके काम कर रहे हैं।
पीयूष जैन का कबूलनामा!
डीजीजीआई के हवाले से पीयूष जैन ने स्वीकार किया है कि वह आवासीय परिसर से बरामद कैश जीएसटी के भुगतान के बिना माल की बिक्री से संबंधित है। अधिकारी ने कहा कि कन्नौज की ओडोकेम इंडस्ट्रीज द्वारा बड़े पैमाने पर GST की चोरी का संकेत मिला है। यानी कारोबारी पीयूष जैन के पास जो पैसा आया है वह बिना जीएसटी चुकाए माल की बिक्री का है।
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