आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को सीएम योगी आदित्यनाथ का दोहरा उपहार, प्रोत्साहन भत्ता के साथ बढ़ा मानदेय
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को दोहरा उपहार देने का ऐलान किया है। कोरोना काल के विकट दौर में शानदार कार्य करने के लिए तीन लाख से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को एक अप्रैल, 2020 से 31 मार्च, 2022 दो साल तक प्रतिमाह 500 व सहायिकाओं को 250 रुपये प्रोत्साहन भत्ता मिलेगा। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 2500, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 2250 और सहायिकाओं का मानदेय प्रतिमाह 1250 रुपये तक बढ़ाया जाएगा।
लखनऊ के इंदिरा गांधी आडीटोरियम में सोमवार को आयोजित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिका सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2017 के पहले शासन की विफलताओं का ठीकरा इन महिलाओं के सिर फोड़ा जाता था, लेकिन हकीकत ये है कि इनकी कार्यकुशलता ने लोगों को स्वस्थ रखकर समाज में समृद्धि लाने में बेहतरीन योगदान दिया है। कोरोना के विकट दौर में महिलाओं ने घर-घर पोषाहार पहुंचाया। ग्राम प्रधान व पार्षद की अगुवाई में निगरानी समितियों में शामिल होकर 40 लाख से अधिक प्रवासी कामगारों को मेडिसिन किट के साथ संदिग्ध की टेस्टिंग कराई है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी के कोविड प्रबंधन में सफलता ऐसे फ्रंटलाइन वर्कर्स की वजह से मिली है। अमेरिका के वैज्ञानिक यूपी के कोविड प्रबंधन पर अध्ययन कर रहे हैं, इसके लिए उन्हें निगरानी समितियों के कामकाज को देखना होगा, क्योंकि इन समितियों ने जीवन के साथ जीविका बचाई है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 585 आंगनबाड़ी केंद्रों का शिलान्यास व 169 केंद्रों का लोकार्पण भी किया। समारोह में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, राज्यमंत्री स्वाती सिंह, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव बाल विकास अनीता सी मेश्राम आदि मौजूद रहे।
हर जिले में स्वयं सहायता समूह बनाएंगे पोषाहार : सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बच्चों व गर्भवती महिलाओं को दिए जाने वाले पोषाहार की गुणवत्ता व वितरण को लेकर 2017 से पहले शिकायत मिलती थी, इससे मातृ व शिशु मृत्युदर भी बढ़ रही थी। इस पर अंकुश लगाने के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से पोषाहार बनवाने की शुरुआत की गई, अब हर जिले में पोषाहार बनाया जाएगा और उसकी गुणवत्ता जांच करके वहीं वितरण भी होगा। उन्होंने कहा कि पूरब के जिलों में मस्तिष्क ज्वर से हर साल हजारों बच्चों की मौत होती रही है। विभागीय समन्वय से सरकार ने 40 साल की समस्या का महज चार साल में खात्मा कर दिया है। उसी तर्ज पर कोरोना को काबू में किया गया।
केंद्रों पर बच्चों को दी जाएगी बुनियादी शिक्षा : सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 में लागू हुई है, इसके तहत तीन से पांच वर्ष तक के बच्चों की बुनियादी शिक्षा अब आंगनबाड़ी केंद्रों पर दी जाएगी। इसके लिए केंद्रों का भवन निर्माण तेजी से हो रहा है, इसी वर्ष से बच्चों की बुनियादी पढ़ाई शुरू कराएंगे। उन्होंने कहा कि समाज व राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाने से आपके प्रति लोगों का नजरिया बदला है। स्वास्थ्य इंडेक्स में बड़ा सुधार हुआ है।
राज्यपाल का विशेष लगाव, स्मार्टफोन से जुड़कर कराएं कार्य : सीएम योगी ने कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिकाओं से विशेष लगाव है वे लगातार आपसे संवाद करती रहती हैं और संवाद ही लोकतंत्र की ताकत है। कहा कि आप लोगों को तकनीक से जोड़ने के लिए स्मार्ट फोन दिए गए, इसके माध्यम से वे बता सकती हैं कि क्या कर रही हैं। कुपोषितों, धात्री महिलाओं व बच्चों को लाभ दिलाने का डाटा इस पर संरक्षित करें। कुपोषित परिवारों को गाय दी जा रही है, ताकि कोई तबका कमजोर न रहे। कई केंद्रों पर पोषण वाटिका बनाई गई है ये रचनात्मक गतिविधि निरंतर चलती रहे।
ओमिक्रोन सिर्फ वायरल बुखार जैसा : मुख्यमंत्री ने कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रान को सामान्य बुखार जैसा बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में किसी तरह की ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए। दूसरी लहर की तुलना में ओमिक्रान काफी कमजोर है, लेकिन सतर्कता और सावधानी किसी भी बीमारी में जरूरी होती है, इस मामले में भी सावधानी बरतें लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक ओमिक्रान के आठ मामले सामने आए हैं, इनमें तीन मामले निगेटिव हो गए हैं, बाकी होम आइसोलेशन में है। इसी तरह यूपी में कोविड के 2261 सक्रिय मामले हैं इनमें से 2100 से अधिक मरीज होम आइसोलेशन में हैं। महिलाओं से अपील किया कि वे प्रदेश के सभी लोगों को वैक्सीन का सुरक्षा कवच दिलवाने में योगदान दें।
इस तरह बढ़ा मानदेय
- नाम : पहले : अब
- आंगनबाड़ी कार्यकत्री : 5500 : 8000
- मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्री : 4250 : 6500
- सहायिकाएं : 2750 : 4000
ये सम्मानित : कोविड में योगदान के लिए गोरखपुर की शमा परवीन, बाराबंकी की कांति वर्मा, बुलंदशहर की कमलेश यादव, बहराइच की नूरजहां, सीतापुर की सरोजनी व देवरिया की संध्या सिंह को सम्मानित किया।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.