नई दिल्ली। Paytm के शेयर और गिर गए हैं। BSE पर यह सोमवार को 1151 रुपये के स्तर पर आ गए। दरअसल, विदेशी ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी ने इस स्टॉक के लिए अंडरपरफॉर्म रेटिंग बनाए रखी है। पिछले एक महीने में स्टॉक में 26.1% की गिरावट आई है और पिछले पांच कारोबारी सत्रों में यह 13.6% गिर गया है। जबकि सेंसेक्स में 2% की बढ़त हुई है। विश्लेषकों ने कंपनी की आय घटने और सीनियर स्टाफ पर ज्यादा खर्च को लेकर चिंताएं जताई हैं। ब्रोकरेज हाउस ने इसका हवाला देते हुए अपने मूल्य लक्ष्य को 1,200 रुपये से घटाकर 900 रुपये कर दिया है। मंगलवार को पेटीएम के शेयर खबर लिखे जाने तक 1166 रुपये पर कारोबार कर रहे थे ।
ब्रोकरेज फर्म ने यह भी कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के वॉलेट फीस को सीमित करने का प्रस्ताव पेटीएम के लिए और अधिक दिक्कत पैदा कर सकता है क्योंकि कंपनी का कुल सकल राजस्व 70% पेमेंट से आता है।
बता दें कि नवंबर 2021 में पेटीएम लिस्टिंग के बाद से निवेशकों और उद्यमियों में चिंता है। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया था कि इसके बाद भारतीय फिनटेक कंपनी मोबीक्विक ने आईपीओ में देरी करते हुए कहा था कि वह बाद में लिस्ट होगी। फिनटेक भारतपे के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर ने कहा था कि पेटीएम ने भारतीय बाजार को खराब किया है
मुंबई में इन्वेस्टमेंट ग्रुप लाइटबॉक्स के पार्टनर संदीप मूर्ति के मुताबिक 2022 में फिनटेक कंपनियों की लिस्टिंग में कूलिंग ऑफ की कुछ अवधि हो सकती है। भारतीय टेक कंपनियों ने 2021 में लिस्टिंग के जरिए रिकॉर्ड 5 अरब डॉलर जुटाए हैं, जो पिछले साल की तुलना में करीब 10 गुना ज्यादा है। हांगकांग स्थित रिसर्च ग्रुप एलेथिया कैपिटल के सह-संस्थापक प्रशांत गोखले के मुताबिक पेटीएम का मुख्य व्यवसाय पैसा कमाना नहीं है।
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