रायपुर। संपूर्ण विश्व के युवाओं को स्वामी विवेकानंद ने उत्साह के साथ जीवन को जीने और निरंतर चुनौतियों का सामना करने का संदेश दिया। निराशा को मन से निकालने और सत्य की राह पर चलते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उनके बताए मार्ग पर चलकर जीवन को सफल बनाएं। उक्त विचार आमापारा स्थित विवेकानंद आश्रम के प्रमुख स्वामी सत्यरूपानंद ने आश्रम द्वारा संचालित स्कूल के बच्चों को संदेश देते हुए व्यक्त किया।
स्वामी सत्यरूपानंद ने कहा कि स्वामी विवेकानंदजी ने जो आयाम स्थापित किए हैं, उन आदर्शों का अनुशरण करें। निश्चित रूप से जीवन बदलेगा। बच्चों से कहा कि सफल होने के लिए जीवन को व्यवस्थित रखें। अनुशासन का पालन करें। संयम से जीवन जिएं। धर्म, अध्यात्म की किताबें पढ़कर अपना धार्मिक ज्ञान भी बढ़ाएं। जीवन को हर क्षेत्र में संतुलित रखने का प्रयास करें। संकल्प लें कि जीवन में कभी नशा नहीं करेंगे। नशा ही नाश की जड़ है। जितना हो सके दीनदुखियों की सेवा करें।
काबिलियत पैदा करने मेहनत करें
रामकृष्ण मिशन ट्रस्ट के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में हिताशी सोल्यूशन इंडिया के डायरेक्टर हितेंद्र सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का संदेश है कि जीवन में गतिशील रहो, निरंतर आगे बढ़ते रहो। असफलता से न घबराओ। अपने आपमें काबिलियत पैदा करो, एक न एक दिन सफलता मिलेगी।
निरंतर प्रयासरत रहें
रामकृष्ण विद्यालय के संचालक विवेक तिवारी ने कहा कि स्वामी जी ने युवाओं को संदेश दिया था कि युवा पीढ़ी ही बदलाव ला सकती है। हर दौर में युवाओं ने अहम भूमिका निभाई है। वर्तमान दौर कठिनाई से भरा है, हिम्मत से दुखियों की सेवा करें, संकटग्रस्त लोगों की मदद करने हमेशा तैयार रहें। जीवन में एक लक्ष्य निर्धारित करें और जब तक वह पूरा न हो जाए, ईमानदारी, मेहनत से जुटे रहें। सफलता अवश्य मिलेगी। किसी को भी हेयदृष्टि से न देखें।
सभी को मान सम्मान दें।
कार्यक्रम में स्वामी अव्य्यानन्द ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी बचपन में रायपुर में अपने पिता के साथ आए। रायपुर की धरती पवित्र है, हमें स्वामीजी के विचारों को आत्मसात करके आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन आश्रम के स्वामी देवभावानंद महाराज ने किया।
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