पटनाः बिहार में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई नेता पॉजिटिव पाए गए। लेकिन वह सब किस वेरिएंट का शिकार हुए, स्वास्थ्य विभाग अभी तक यह भी पता नहीं कर पाया। विभाग के लिए इससे शर्मनाक बात और क्या हो सकती है कि अभी तक मुख्यमंत्री की ही जिनोम सिक्वेंसिंग नहीं हुई है।
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 10 जनवरी 2022 की शाम को ट्वीट कर कोरोना पॉजिटिव हाने की जानकारी दी थी। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणू देवी सहित कई वीआईपी लोग कोरोना संक्रमित हो गए। इसके बाद सभी संक्रमित नेताओं ने खुद को होम आइसोलेट कर लिया। लेकिन स्वास्थ्य विभाग अभी तक इस बात का खुलासा नहीं कर पाया है कि सभी नेता ओमिक्रॉन या डेल्टा वेरिएंट में से किस वैरिएंट से संक्रमित हुए।
हालांकि ICMR की नई गाइडलाइन के मुताबिक, नीतीश कुमार को कोरोना नेगेटिव माना जा सकता है, क्योंकि होम आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमितों को अगर अंतिम के 3 दिनों तक लगातार बुखार नहीं आया, वह 7 दिन में खुद को निगेटिव मान सकते हैं। उधर, जिनोम सिक्वेंसिंग को लेकर स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह काम WHO कराता है। साथ ही जिनोम सिक्वेंसिंग उन्हीं लोगों का कराया जाएगा, जिनका CT स्कोर 25 से अधिक होगा।
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