एक बार फिर ललन सिंह ने आरसीपी सिंह पर खुलकर दिखाई नाराजगी
पटना/नई दिल्ली: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और आरसीपी सिंह के बीच की तल्खी गाहे बगाहे सामने आ ही जाती है. शनिवार को जब ललन सिंह ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए 26 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की तो ललन-आरपीसी की दूरी साफ झलकी. पूरे प्रेस कॉन्फ्रेंस में ललन सिंह ने बीजेपी पर जितने हमले नहीं किए, उससे ज्यादा आरसीपी सिंह को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि, आरसीपी सिंह के कहने पर ही हम बीजेपी के जवाब का इंतजार कर रहे थे, लेकिन कोई जवाब नहीं आया.यूपी विधानसभा चुनाव के कारण बिहार की सियासत में उबाल तो है ही लेकिन इसका असर जेडीयू के अंदर भी देखने को मिल रहा है. पार्टी में एक तरफ आरसीपी सिंह का खेमा है, तो दूसरी तरफ जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह का. दोनों खेमों के बीच यूपी चुनाव को लेकर एक मत नहीं बन रहा है. आरसीपी सिंह लगातार बीजेपी के साथ चुनाव लड़ने की बात कहते रहे, लेकिन ललन सिंह ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. इतना ही नहीं उन्होंने इसके लिए कहीं न कहीं आरसीपी सिंह की रणनीति पर भी सवाल खड़े कर दिए. ललन सिंह ने साफ-साफ तो कुछ नहीं कहा लेकिन इशारों इशारों में इतना जरूर कह दिया कि आरसीपी सिंह के कहने पर हम आज तक इंतजार कर रहे थे.दरअसल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर जहां बीजेपी पूरी ताकत लगा रही है. वहीं, बिहार में सहयोगी जदयू का बीजेपी से तालमेल नहीं हो सका. उत्तर प्रदेश चुनाव के कारण जदयू के अंदर ही घमासान मचा है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह यूपी चुनाव के बहाने आरसीपी सिंह को पार्टी के बैड बुक में लाने की कोशिश कर रहे हैं. ललन सिंह यूपी में 51 सीटों पर उम्मीदवार उतारना चाहते हैं, 26 सीटों की लिस्ट भी जारी कर दी गई है.जदयू के अंदर की खींचतान से पार्टी को ही इसका खामियाजा उठाना पड़ सकता है. ललन सिंह यूपी चुनाव के बहाने आरसीपी सिंह को फंसाना भी चाहते हैं. लेकिन ललन सिंह के लिए भी उत्तर प्रदेश में बिना बीजेपी के सहयोग के चुनाव लड़ना आसान नहीं होगा.