बघेल सरकार पर जमकर बरसे बृजमोहन अग्रवाल, बोले- धर्मांतरण नहीं रोका आदिवासी संस्कृति खत्म हो जाएगी
भोपाल : छत्तीसगढ़ की राजनीति में हमेशा खुलकर बयानबाजी करने के लिए जाने जाने वाले बृजमोहन अग्रवाल बीते दिन राजधानी भोपाल पहुंचे। इस दौरान पंजाब केसरी से बातचीत में उन्होंने यह बताया कि छत्तीसगढ़ के किस मॉडल की चर्चा देशभर में हो रही है यह मैं नहीं जानता हूं प्रदेश में शराब का मॉडल भ्रष्टाचार का मॉडल चरम पर है। छत्तीसगढ़ मॉडल अवैध तरीके से शराब कैसे बिक सकती है यह लोगों को बताता है। अफीम, चरस, गांजा को बढ़ावा कैसे दिया जाता है यह छत्तीसगढ़ मॉडल बताता है।
• बस्तर जल रहा है: अग्रवाल
धर्मांतरण पर बोलते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि इन दिनों छत्तीसगढ़ का बस्तर धर्मांतरण की आग में जल रहा है। आदिवासी भाई सड़क पर आ रहे हैं। एसपी का सिर फट जाता है। धर्मांतरण करवाने वालों पर 50-50 शिकायतें होती हैं मगर उस पर भी किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं होती है और फिर आदिवासी सड़क पर उतरता है। यह धर्मांतरण देश विरोधी शक्तियों को मजबूत करता है। बस्तर में नक्सलवाद हावी रहा है। अगर वहां पर धर्मांतरण को नहीं रोका गया तो आदिवासी संस्कृति समाप्त हो जाएगी।
• मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पर भी बोले
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बनाए जाने के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने एक कहावत कही और यह कहा कि चुनाव के बाद पार्टी जीतेगी उसके बाद संसदीय दल निर्णय करेगा उसके बाद जो उपयुक्त लगेगा पार्टी को वह करेगी। हमको इसकी कोई चाहत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी काम को करने के लिए किसी पद की आवश्यकता नहीं होती है उसके लिए जज्बे की जरूरत होती है। मुझे इसकी चाहत नहीं है कि पार्टी मुझे किस स्थान पर बैठाएगी।
• कुछ दिनों बाद बेटी के विदा होने पर
एक व्यक्तिगत सवाल के जवाब में बृजमोहन अग्रवाल ने यह कहा कि जो पिता होता है वह पिता होता है जो पुत्री होती है वो पुत्री होती है। किसी नेता या आम आदमी के लिए यह बिल्कुल अलग नहीं होता है। एक पिता को पुत्री के दूसरे घर जाने पर जो खुशी होती है और उतना ही विषाद होता है यह सौभाग्य खोता है और जिस प्रकार से हम जनता के प्रतिनिधि हैं उनको जिस प्रकार से खुशी होती है जिस प्रकार के कष्ट होते हैं हमारे साथ भी बिल्कुल वैसा ही होता है। दिग्विजय सिंह के सर्जिकल स्ट्राइक पर दिए बयान को लेकर के उन्होंने यह कहा कि यह देश की सेना का अपमान है ऐसे प्रश्नों पर सवाल उठाना ही नहीं चाहिए।
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