नेशनल डेस्क: भाजपा द्वारा शुरू किए गए माइक्रो डोनेशन अभियान को लेकर पार्टी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नाराजगी जाहिर की है। इस अभियान का उद्देश्य पार्टी कार्यकर्ताओं पांच रुपए चंदा जुटाना है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा के पास 180 मिलियन कार्यकर्ता हैं और इस अभियान के तहत अभी तक एक करोड़ रुपये भी एकत्रित नहीं हो पाए हैं। नड्डा ने अपने पदाधिकारियों से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं को न केवल दान करने के लिए प्रेरित करेंगे बल्कि नए सदस्यों की भर्ती के अवसर के रूप में भी इसका इस्तेमाल करेंगे।
पार्टी जल्द करेगी लक्ष्य पूरा
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने बैठक में कहा कि नड्डाजी किसी बात को लेकर परेशान होने वाले व्यक्ति नहीं हैं। हमें इस बात को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए और जो कार्यकर्ता जमीन पर सक्रिय नहीं हैं, उन्हें सक्रिय होना चाहिए। बैठक में शामिल पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने कहा कि पार्टी अगले सप्ताह तक सभी लक्ष्यों को निश्चित रूप से पूरा कर लेगी। भाजपा उपाध्यक्ष जय पांडा ने कहा कि भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन गई है क्योंकि हमारे कार्यकर्ता विभिन्न पहलों में सक्रिय रूप से शामिल हैं। सूक्ष्म दान अभियान प्रति दाता 5 से अधिकतम 1000 तक दान मांगता है। यह राशि नहीं है, बल्कि जनता के साथ जुड़ाव है।
पीएम मोदी ने की थी माइक्रो डोनेशन की शुरुआत
चुग ने बताया कि इस अभियान की शुरुआत एक पुरानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) परंपरा से हुई है, जहां हर प्रचारक या आरएसएस कार्यकर्ता सालाना अपने साधन के अनुसार संघ को दान देता है। गौरतलब है कि क्रिसमस के दिन अभियान की शुरुआत करते हुए मोदी ने ट्वीट किया किया था कि “मैंने भारतीय जनता पार्टी के पार्टी कोष में 1,000 का दान दिया है और भाजपा को मजबूत बनाने में मदद करें।
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