रीवा में बम की खबरों की आड़ में विरोधियों को फंसाने की कोशिश, रिश्तेदार-किरायेदार को सिमी कार्यकर्ता बताया
रीवा में पिछले दिनों बम रखे जाने की खबरों से फैली दहशत के बीच अपने विरोधी रिश्तेदार व किरायेदार को फंसाने के लिए एक व्यक्ति ने उन्हें सिमी कार्यकर्ता बताकर फंसाने की कोशिश की। जिला कलेक्ट्रेट व अदालत को उड़ाने की धमकी भरा पत्र लिखकर जिस व्यक्ति ने अपने विरोधियों को फंसाने का प्रयास किया, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
बताया जाता है कि सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहम्मद अब्दुल हफीज अंसारी नामक व्यक्ति को पुलिस ने चार संदिग्ध व्यक्ति के साथ पकड़ा था। इन लोगों को उस समय हिरासत में लिया गया था जब मीडिया से जुड़े ऑफिस व कुछ सरकारी कार्यालयों में कलेक्ट्रेट और न्यायालय को बम उड़ाने की धमकी भरे पत्र मिले थे। इसमें दो व्यक्तियों के नाम लिखे गए थे जिन पर बम रखकर मुश्ताक कबाड़ी और रफीक का नाम लिखा गया जिन्हें प्रतिबंधित संगठन सिमी कार्यकर्ता बताया गया था।
विरोधियों को फंसाने लिखा पत्र
पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी जिसमें से मोहम्मद अब्दुल हफीज अंसारी ने पत्र लिखना कबूल किया। पुलिस का कहना है कि अंसारी के भाई के ससुर मुश्ताक कबाड़ी हैं जिनसे अंसारी व उनके भाई का परिवार परेशान है। वहीं, अंसारी ने अपनी चाची से एक मकान खरीदा है जिसमें एक किरायेदार रफीक है। रफीक मकान खाली नहीं कर रहा है। ससुर मुश्ताक और रफीक को सबक सिखाने के लिए मोहम्मद अब्दुल हफीज अंसारी ने बम लगाने की खबरों के बीच योजना बनाई कि उन्हें सिमी कार्यकर्ता बताकर पुलिस के चक्कर में फंसाया जा सकता है। इसके लिए अंसारी ने कई जगह पत्र लिखकर कलेक्ट्रेट व अदालत को बम से उड़ाने की बात लिखी और यह काम मुश्ताक व रफीक द्वारा किए जाने की बात का उल्लेख किया गया।इन्हें सिमी कार्यकर्ता भी बताया।
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