सदन में गूंजा शराबबंदी मुहिम में शिक्षकों को लगाने का मामला
पटनाः बिहार विधानमंडल के बजट सत्र का शुक्रवार को पांचवा दिन था। सदन की कार्यवाही के दौरान आज भी विपक्ष ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा और जमकर हंगामा किया। इस बीच बिहार में शराबबंदी मुहिम में शिक्षकों को लगाने के सरकारी फरमान पर भी विधान परिषद में सवाल खड़े किए गए। कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने इस मामले पर सरकार से जवाब मांगा और कहा कि यह कैसा आदेश है कि अब बिहार में शिक्षक शराबियों को पकड़ने का काम करेंगे। विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि जो फरमान शिक्षा विभाग ने जारी किया है, इससे शिक्षकों की जान पर खतरा हो जाएगा और कई शिक्षक इस फरमान से बुरी तरह से परेशान हैं। इसका जवाब सदन में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने दिया और कहा कि हमने कोई फरमान जारी नहीं किया है। आम जनता की तरफ शिक्षकों को भी सिर्फ शराबबंदी में मदद करने के लिए कहा गया है।
‘यह कोई फरमान नहीं है। जिस तरह शराबबंदी में आम आदमी को मदद करने के लिए कहा गया है, उसी तरह शिक्षकों को भी शिक्षा विभाग ने कहा है कि शिक्षक शराबबंदी में हमें मदद करें. इसको लेकर पत्र जारी किया गया था। उन्हें कोई टारगेट नहीं दिया गया है कि आपको साल में इतने शराबियों या शराब तस्करों को पकड़ना है’- विजय चौधरी, शिक्षा मंत्री