ब्रेकिंग
जहानाबाद दोहरे हत्याकांड में सात आरोपियों को सश्रम आजीवन कारावास डोनियर ग्रुप ने लॉन्च किया ‘नियो स्ट्रेच # फ़्रीडम टू मूव’: एक ग्रैंड म्यूज़िकल जिसमें दिखेंगे टाइगर श... छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने हेतु मनी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राबड़ी, मीसा, हेमा यादव के खिलाफ ईडी के पास पुख्ता सबूत, कोई बच नहीं सकता “समान नागरिक संहिता” उत्तराखंड में लागू - अब देश में लागू होने की बारी नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिलाया पांच‌ प्रण बिहार में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को नहीं मिल रहा लाभ : राधिका जिला पदाधिकारी ने रोटी बनाने की मशीन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफ...

स्वस्थ प्रतिस्पर्धा: बच्चों को दिया जाएगा स्वास्थ्य प्रमाण-पत्र, छह वर्ष तक के बच्चे होंगे शामिल

रायपुर। बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य और वेलनेस के मुद्दों पर समुदाय को संगठित और संवेदनशील बनाने के लिए आगामी आठ से 14 जनवरी के मध्य 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों का स्वस्थ बालक -बालिका स्पर्धा का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर किया जा रहा है।

इस स्पर्धा के लिए महिला बाल विकास के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सेक्टर पर्यवेक्षण और परियोजना अधिकारियों की कलेक्टर सौरभ कुमार ने बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देंश दिए। कलेक्टर ने बच्चों के सुपोषण के लिए सभी को बेहतर कार्य करने पर जोर दिया और कहा कि अगले महीने होने वाली इस राष्ट्रीय स्पर्धा में शामिल होने में कोई बच्चा छूट न जाए। उन्होंने इस स्पर्धा में महिला बाल विकास विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों को पूरी गुणवत्ता के साथ अपना योगदान देने को कहा।

सामुदायिक भागीदारी जरूरी

कलेक्टर ने कहा कि सामुदायिक भागीदारी के लिए यह आवश्यक है कि पोषण संबंधी सकारात्मक मुद्दों को उजागर किया जाए, जिससे स्वस्थ बच्चे की पहचान और उसके प्रदर्शन पर जोर दिया जा सके। बच्चों के बीच स्वास्थ्य और पोषण को बढ़ावा देने के लिए माता-पिता के बीच प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करना भी आवश्यक है। इससे आम जनता में निरंतर सामुदायिक जुड़ाव और जागरूकता पैदा होगी तथा बच्चों के पोषण की स्थिति में सुधार होगा।

इसी तरह समेकित बाल विकास योजना के सेवाओं से छूटे हुए बच्चों को योजना के तहत पंजीकृत होने से लाभ प्राप्त होगा। इस स्पर्धा से छह साल तक के बच्चों की ऊंचाई, वजन और उम्र के डेटाबेस को मजबूत बनाने में भी सहायता मिलेगी। इससे रायपुर जिले में बौनापन, दुबलापन और कम वजन वाले बच्चों की पहचान हो सकेगी। इसके आधार पर उनके स्वास्थ्य सुधार पर जोर दिया जाना भी संभव होगा।

पोषण ट्रेकर एप 11.0 को डाउनलोड कर लें हिस्सा

इस राष्ट्रीय स्पर्धा में पोषण ट्रेकर एप 11.0 को डाउनलोड कर हिस्सा लिया जा सकता है। बच्चों की वृद्धि, निगरानी आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत, शासकीय और निजी स्कूल तथा पीएचसी या अन्य स्थानों में की जा सकेगी। इसके परिणाम को एंट्री पोषण ट्रैकर एप पर आनलाइन की जाएगी। इस परिणाम को बच्चों के पालकों को प्रमाण-पत्र के रूप में दिया जाएगा। बैठक में जिला स्तरीय महिला बाल विकास समिति की अध्यक्ष केशरी मोहन साहू, सदस्य अनिता साहू, खेमराज कोसले, जिला कार्यक्रम अधिकारी ए.के. पांडेय सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.