रायपुर नगर निगम की सख्ती के बाद व्यवस्थित होने लगा शास्त्री बाजार
रायपुर। महापौर एजाज ढेबर ने गुरुवार को शास्त्री बाजार में पहुंचकर सब्जी विक्रेताओं को पाटे में ही बैठकर व्यवसाय करने की समझाइश दी। इस सप्ताह वे चौथी बार बाजार का निरीक्षण करने पहुंचे थे।इसका असर भी बाजार में दिखने लगा है।सब्जी विक्रेताओं के पाटे में बैठकर व्यवसाय करने से यहां की सड़के पूरी तरह से साफ होने से लोगों को आने-जाने में दिक्कत नहीं हो रही है।
महापौर के साथ निगम आयुक्त प्रभात कुमार भी बाजार का निरीक्षण कर चुके हैं।जोन क्रमांक चार के सहायक राजस्व अधिकारी बलदाऊ वर्मा ने बताया कि बाजार में सब्जी व्यवसायियों के लिए चार फीट लंबा और चार फीट चौड़ा चबूतरा बनाया गया है।बाजार में कुल आठ सौ चबूतरे बनाएं गए हैं।इनमें से 370 चबूतरे ही लाइसेंसी सब्जी वालों को आबंटित हैं। इसके बदले में वे हर महीने 50 रुपये किराया देते हैं। बाजार में कुल छह सौ सब्जी विक्रेता होंगे। सभी लोग चबूतरे में बैठ कर व्यवसाय करेंगे तब भी बहुत सारे चबूतरे खाली पड़े रहेंगे।किंतु अक्सर सब्जी वालों के साथ ही लाइसेंसी सब्जी विक्रेता भी चबूतरे को छोड़कर नीचे सड़क पर सब्जी बेचने लगते हैं।इसके कारण बाजार में अव्यवस्था फैल जाती है।
आठ सौ पाटों में 370 को लाइसेंस, बाकी खाली
महापौर ढेबर के निर्देश पर बाजार के सभी पाटों की नंबरिंग कर दी गई है।यहीं नहीं तड़के चार बजे से बाजार विभाग और जोन क्रमांक चार के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर निगरानी कराई जा रही है।ये कर्मी बाजार की सबसे अधिक भीड़ के समय सुबह 10 बजे तक मौजूद रहते हैं।दोपहर और शाम को नगर निवेश की टीम भी यहां जांच के लिए पहुंचती है।यहां के चार चबूतरों को थोक सब्जी विक्रेताओं ने कब्जा कर रखा था।
इसे नीलामी चबूतरा भी कहा जाता है। उन्हें भी उन चबूतरों से हटाकर छोटे सब्जी विक्रेताओं को दे दिया गया है। इस बाजार के आठ सौ चबूतरों की नीलामी साल 1985 की गई थी। जिसमें से 370 दुकानदारों को लाइसेंस मिला था,बाकी चबूतरे खाली हैं। अब उन्हें भी आबंटित करने की तैयारी की जा रही है।इससे बाजार पूरी तरह व्यस्थित हो जाएगा।
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