ब्रेकिंग
जहानाबाद दोहरे हत्याकांड में सात आरोपियों को सश्रम आजीवन कारावास डोनियर ग्रुप ने लॉन्च किया ‘नियो स्ट्रेच # फ़्रीडम टू मूव’: एक ग्रैंड म्यूज़िकल जिसमें दिखेंगे टाइगर श... छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने हेतु मनी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राबड़ी, मीसा, हेमा यादव के खिलाफ ईडी के पास पुख्ता सबूत, कोई बच नहीं सकता “समान नागरिक संहिता” उत्तराखंड में लागू - अब देश में लागू होने की बारी नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिलाया पांच‌ प्रण बिहार में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को नहीं मिल रहा लाभ : राधिका जिला पदाधिकारी ने रोटी बनाने की मशीन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफ...

भोपाल की हवा में दो महीने बाद वायु प्रदूषण का स्तर सबसे निचले स्तर पर

भोपाल। राजधानी भोपाल की हवा में दो महीने बाद वायु प्रदूषण का स्तर सबसे नीचे पहुंचा है। नवंबर और दिसंबर माह में वायु प्रदूषण का स्तर बताने वाला वायु गुणवत्ता सूचकांक 250 से 330 के बीच था। सूचकांक का अधिक स्तर हवा में गंभीर वायु प्रदूषण को दर्शाता है। 31 दिसंबर और एक जनवरी को सूचकांक का स्तर गिरकर 84 से 96 तक आ गया है। यह आम लोगों के लिए अच्छा संकेत हैं। मौसम साफ होन के कारण हवा में वायु प्रदूषण का स्तर गिरा है। आने वाले समय में जैसे-जैसे मौसम शुष्क होगा और आद्रता कम होगी, वायु प्रदूषण के स्तर में तेजी से सुधार होगा।

बता दें कि भोपाल के कोलार, होशंगाबाद रोड, हमीदिया रोड, भेल, एमपी नगर, टीटी नगर, गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्रों में नवंबर 2021 से वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है। इन इलाकों में पार्टिकुलेटर मैटर (पीएम) 10 व पीएम 2.5 का स्तर बढ़कर 350 से 400 तक पहुंच गया था। ये धुएं, धूल और विभिन्न् हानिकारक गैसीय अवशेषों के कण होते हैं जो आद्रता व नमी पाकर भारी हो जाते हैं और वातावरण में निचले स्तर पर रहते हैं। इसके कारण वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। ठंड में कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है जब आद्रता और नमी का स्तर बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में वायु प्रदूषण का स्तर भी बढ़ जाता है। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु गुणवत्ता कार्यक्रम के तहत भोपाल समेत सभी प्रमुख शहरों की हवा को स्वच्छ रखने के लिए केंद्र सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है लेकिन भोपाल में खास सुधार नहीं आ रहा है।

बीते दो माह में वायु गुणवत्ता सूचकांक का सर्वाधिक स्तर

दिनांक………….सूचकांक

05 नवंबर—–313

09 नवंर—–304

10 नवंबर—–314

14 नवंबर—–312

15 नवंबर—–329

16 नवंबर—–310

18 नवंबर—–304

19 नवंबर—–304

20 नवंबर—–314

02 दिसंबर—-302

03 दिसंबर—-316

06 दिसंबर—-303

28 दिसंबर—-320

बीते दो माह में सबसे निचले स्तर पर सूचकांक

31 दिसंबर—-84

01 जनवरी 2022–96

हर वर्ष ठंड में बढ़ रहा प्रदूषण

हर वर्ष ठंड के दिनों में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। इसे देखते हुए प्रदूषण कम करने के नाम पर हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं लेकिन सुधार नहीं हो रहा है। यह राशि टिकाऊ सड़कें, शहरी सीमा में पेविंग ब्लाक लगाने, वायु प्रदूषण को लेकर लोगों में जन जागरूकता लाने आदि कामों पर खर्च की जा रही है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.