ब्रेकिंग
जहानाबाद दोहरे हत्याकांड में सात आरोपियों को सश्रम आजीवन कारावास डोनियर ग्रुप ने लॉन्च किया ‘नियो स्ट्रेच # फ़्रीडम टू मूव’: एक ग्रैंड म्यूज़िकल जिसमें दिखेंगे टाइगर श... छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने हेतु मनी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राबड़ी, मीसा, हेमा यादव के खिलाफ ईडी के पास पुख्ता सबूत, कोई बच नहीं सकता “समान नागरिक संहिता” उत्तराखंड में लागू - अब देश में लागू होने की बारी नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिलाया पांच‌ प्रण बिहार में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को नहीं मिल रहा लाभ : राधिका जिला पदाधिकारी ने रोटी बनाने की मशीन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफ...

नीतीश कुमार के ‘जनता दरबार’ में पहुंचे 6 फरियादी कोरोना संक्रमित, मचा हड़कंप

पटनाः बिहार में एक बार फिर हुए कोरोना विस्फोट के बीच आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘जनता दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में पहुंचे फरियादियों में से 6 के कोरोना संक्रमित पाए जाने से हड़कंप मच गया।

मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में प्रत्येक सोमवार को जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। जनता दरबार में आने से पूर्व फरियादियों की उनके ही जिले में आरटीपीसीआर जांच की जाती है। रिपोर्ट निगेटिव रहने पर ही उन्हें यहां आने की अनुमति होती है। पूर्व की व्यवस्था के अनुसार, आरटीपीसीआर रिपोटर् वाले व्यक्ति को सीधे कार्यक्रम स्थल पर जाने की अनुमति होती थी लेकिन राज्य में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को ध्यान में रखते हुए आज पहली बार कार्यक्रम स्थल पर जाने से पूर्व भी एंटिजन किट से जांच शुरू की गई।

जांच के दौरान औरंगाबाद जिले के एक फरियादी के संक्रमित होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद परिसर में हड़कंप मच गया। जनता दरबार में पहुंचे सभी 220 फरियादियों की जांच की गई, जिसमें से 6 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। संक्रमित फरियादियों में से नवादा जिले के दो तथा औरंगाबाद, नालंदा, गोपलगंज और रोहतास जिले के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। इसके बाद परिसर में उपस्थित चिकित्सकों की टीम ने इन संक्रमितों को पाटलीपुत्र स्पोट्र्स कॉम्पलैक्स स्थित कोविड सेंटर भेज दिया, जहां उन्हें आइसोलेशन में रखकर इलाज किया जाएगा।

मुख्यमंत्री का जनता दरबार कार्यक्रम 5 साल बाद इस वर्ष 12 जुलाई से शुरू हुआ। शुरुआत में इस कार्यक्रम में आने वाले फरियादियों की उनके जिले में ही आरटीपीसीआर जांच करवाई जाती थी। इसके बाद उन्हें सरकार द्वारा उपलब्ध करवाए गए वाहनों से जनता दरबार में लाया जाता था लेकिन राज्य में कोरोना संक्रमण का प्रभाव लगभग समाप्त होने के बाद फरियादियों के लिए परिवहन सेवा को बंद कर दिया गया। ऐसे में माना जा रहा है कि पटना आने के दौरान ही ये 6 लोग कोरोना संक्रमित हुए होंगे।

बता दें कि बिहार में रविवार को कोरोना संक्रमण के कुल 352 नए मामले सामने आए हैं। इनमें पटना जिले में सबसे अधिक 142 संक्रमितों की पहचान की गई है। इसके बाद गया में संक्रमितों की संख्या 110 है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.