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AQI पहुंचा 228; आंखों में जलन और घुटने लगा दम, कैथल-कुरुक्षेत्र भी रेड जोन में शामिल

अंबाला: हरियाणा के अंबाला की आबोहवा दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। शाम के वक्त आंखों में जलन और दम घुटने लगा है। मंगलवार सुबह अंबाला का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 228 और PM2.5 का आंकड़ा 82 से 371 तक पहुंच गया है, जोकि खराब श्रेणी में है। इन दिनों अंबाला येलो और रेड जोन में शामिल है।इसकी वजह से स्वस्थ व्यक्ति को भी आंखों में जलन व एलर्जी, गले में खराश, सांस लेने में दिक्कत और जुकाम जैसी दिक्कत शुरू हो गई हैं। अगर अंबाला के साथ लगते जिलों की बात करें तो कैथल और कुरुक्षेत्र में स्थिति और भी बिगड़ी हुई है। कुरुक्षेत्र का AQI 270 तथा कैथल का AQI 365 दर्ज किया गया है। साथ लगते पंचकूला की स्थिति काफी संतोषजनक है। यहां मंगलवार सुबह 60 AQI दर्ज किया गया है।अंबाला-दिल्ली हाईवे पर पराली में लगाई आग।आतिशबाजी और पराली का धुआं मुख्य वजहइन दिनों हवा में प्रदूषण की बड़ी वजह दिवाली में आतिशबाजी और धान के अवशेषों में आग लगाने से उठने वाला धुआं है। भले ही अंबाला में धान के अवशेषों में आग लगाने के मामले पिछले साल की तुलना में कम दर्ज हुए हैं, लेकिन स्थिति अभी भी चिंताजनक है। आंकड़े के अनुसार अंबाला में अभी तक पराली में आग लगाने के 163 केस आए। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा 69 किसानों से चालान कर 1.72 लाख रुपए जुर्माना वसूल किया है।नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स।जानिए क्या होता है PM 10 और PM 2.5नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक PM 10 में ऐवरेज AQI 154 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पाया गया है। जबकि PM 2.5 में ऐवरेज 228 पाया गया। PM 2.5 के छोटे कण जिनका व्यास 2.5 माइक्रो मीटर या कम होता है। ये कण ठोस या तरल रूप में हवा में रहते हैं और धूल, गर्द व धातु के सूक्ष्म कण होते हैं।वहीं, PM 10 यानी पार्टिकुलेट मैटर वो कण हैं जिनका व्यास 10 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहता है। जब इन कणों का स्तर बढ़ता है तो आंखों में जलन, गले में दिक्कत व सांस लेने में परेशानी होने लगती है। फैक्ट्रियों का धुआं भी इसके लिए जिम्मेदार है।

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