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एयर बैलून से 70 फीट ऊंचाई पर जाकर दूल्हा-दुल्हन ने पहनाई वरमाला; बेटी की शादी को बनाया यादगार

भिलाई: एयर बलून में हुई बरमालाछत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में अनोखी शादी देखने को मिला है। इस शादी में वर और वधु एयर बैलून में बैठकर 70 फिट ऊंचाई पर गए। इसके बाद वहां उन्होंने एक दूसरे को वरमाला पहनाई। जिसके बाद से पूरे शहर में इस अनोखी शादी को लेकर पूरे शहर में चर्चा चल रही है। लड़की के पिता अवधेश पाण्डेय ने बताया कि, उनके अरमान थे कि वो अपनी बेटियों की शादी में कुछ अलग करें।यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी अवधेश पाण्डेय अपनी बड़ी बेटी की शादी में इसी तरह की वरमाला की रश्म करा चुके हैं। एयर बैलून इतना विशाल था कि उसके लिए काफी बड़े ग्राउंड की जरूरत थी। इसको देखते हुए पाण्डेय परिवार ने सेक्टर-7 दशहरा मैदान में शादी का आयोजन तय किया। शुक्रवार देर रात 11 बजे करीब एयर बैलून दूल्हा दूल्हन को लेकर आसमान में उड़ा। इसके बाद 70 फिट की ऊंचाई में दोनों ने एक दूसरे के साथ जीने मरने का वादा करते हुए वरमाला पहनाई।इस तरह आसमान में उड़े दूल्हा दूल्हनबीकानेर से मंगाया गया था एयर बैलूनएयर बैलून उड़ाने वाले एक्सपर्ट रोहितास ने बताया कि वह लोग बीकानेर से यहां आए हैं। वह पहली बार भिलाई एयर बैलून लेकर आए हैं। पायलेट की देखरेख में बैलून फ्लाई करता है। इसे रस्से से बांधकर कंट्रोल किया जाता है। इसमें एक बकेट होता है बकेट में गैस सिलेंडर रखा होता है, जिससे आग जलाकर बैलून में गर्म हवा भरी जाती है। इसी बकेट में दूल्हा दुल्हन और पायलेट सवार रहते हैं। रस्से के जरिए टीम के लोग खींचकर बैलून को ऊपर नीचे कर सकते हैं। इसके लिए 7 लोगों की टीम है। रोहित यह काम पिछले 20 सालों से कर रहे हैं।शादी स्थल में आसमान में उड़ता हुआ एयर बलूनवेदर चेक करके उड़ाया जाता है बैलूनरोहितास ने बताया कि उनके पास आधे का एलपीजी गैस का स्टोरेज होता है। ये एक काइट फ्लाइंग की तरह होता है। इसे रोप के जरिए कंट्रोल किया जाता है,और वेदर चेक करने के बाद ही उड़ाया जाता है। जहां बैलून उड़ाना होता है वहां के मौसम को एक महीने पहले से चेक करना पड़ता है। इसके बाद जब यह तय हो जाता है कि शादी के समय अधिक हवा और पानी नहीं होगा। उसके बाद ही बैलून को उड़ाया जाता है।बेटी की शादी को बनाया यादगारबेटी के पिता अवधेश पांडेय ने अनोखी वरमाला का आयोजन करके अपनी बेटी प्रीति के विवाह को यादगार बनाया है। उनका विवाह दुर्ग के गया नगर निवासी रवि तिवारी के साथ हुआ। उनके इस अनोखी शादी कराने की पहल को लेकर लोग जमकर तारीफ भी किए हैं।

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