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ग्वालियर रेलवे स्टेशन से पकड़ी 1700 किलो पनीर और 600 किलो मावा की खेप, महिला के नाम था बुक

ग्वालियर। फूड एंड सेफ्टी टीम ने रविवार को रेलवे स्टेशन परिसर में मावा और पनीर की बड़ी खेप पकड़ ली। मौके पर 1700 किलो पनीर और 600 किलो मावा ग्वालियर से बाहर भेजे जाने की तैयारी में रखा मिला। पार्सल सेक्शन में एक व्यक्ति भोपाल के लिए तीन डलिया पनीर बुक कर रहा था और टीम को देख वह भाग गया। यह महिला के नाम पर मावा बुक कर रहा था, जबकि मौके पर वह नहीं थी। भोपाल, छिंदवाड़ा के लिए यह पूरा माल अलग-अलग लोगों द्वारा भेजा जाने वाला था, लेकिन पहले ही पकड़ लिया गया।

फूड अफसरों के अनुसार मावा किसने बुक किया, जिसने किया उसके कागजात हैं या नहीं यह पार्सल सेक्शन नहीं देख रहा था और इस पूरे मावा-पनीर के मामले में पार्सल सेक्शन की भूमिका संदिग्ध सामने आई। रेलवे की टीम ने कार्रवाई में कोई सहयोग भी नहीं किया। देर रात चार लोग मावा-पनीर पर दावा करने पहुंचे और सैंपलिंग हुई, माल जब्त कर मालिकों की सुपुदर्गी में रिपोर्ट आने तक सौंप दिया गया। फूड एंड सेफ्टी विभाग के अभिहीत अधिकारी डा. संजीव खेमरिया को सूचना मिली थी कि मावा-पनीर को रेलवे स्टेशन से बुक किया जा रहा है। डा. खेमरिया फूड अफसरों के साथ रेलवे स्टेशन पहुंचे और मावा-पनीर को चिन्हित करना शुरू किया। यहां पार्सल कक्ष में पनीर बुक कर रहा युवक पूछताछ करते ही भाग गया। यह भोपाल के लिए सविता बंसल के नाम से तीन डलिया पनीर बुक कर रहा था। पार्सल कक्ष सहित आसपास जांच के बाद पता चला कि यहां कुल 1700 किलो पनीर यानी 34 डलिया और 600 किलो यानी 12 डलिया मावा रखा है। यह भोपाल और छिंदवाड़ा भेजा जाना था

आज माल का मालिक नहीं आया तो किया जाएगा नष्टः तीन डलिया पनीर किसी व्यक्ति द्वारा बुक कराई जा रही हैं, जिस पर उन्होंने पूछताछ की तो उक्त व्यक्ति बुकिंग के दस्तावेज छोड़ मौके से भाग गया, लेकिन जब दस्तावेजों की जांच की गई तो पता चला कि बुकिंग भोपाल निवासी श्रीबृजधाम डेयरी की संचालक सविता बंसल के नाम से की जा रही थी, जिसको लेकर खाद्य विभाग की टीम ने जब पार्सल में पदस्थ कर्मचारियों से पूछा कि बुकिंग करने वाली महिला भोपाल में बैठी है तो आप बुकिंग कैसे कर सकते हैं। जिसको लेकर पार्सल के कर्मचारी कोई जवाब नहीं दे सके। इस माल को आज मालिक न आने पर नष्ट कराया जाएगा। इसी तरह पार्सल कक्ष में जब जांच की गई तो सुनील कुमार के नाम से भोपाल के दिलीप को 24 डलिया पनीर की बुकिंग कराई गई। इसी तरह मनीष शर्मा के नाम से तीन डलिया पनीर भोपाल और भिंड निवासी रामवीर द्वारा 12 डलियां मावा की भोपाल के सुभाष को भेजी जा रही थीं। रात में सुनील की ओर से पीयूष वाधवानी और खुद मनीष भी पहुंचा और माल अपना बताया,इस माल की भी सैंपलिंग हुई। छिंदवाड़ा के लिए हिमांशु अग्रवाल ने चार डलिया पनीर बुक किया था। रात में हिमांशु अग्रवाल भी मौके पर पहुंचा और सैंपलिंग कराई।

भिंड-मुरैना का माल ग्वालियर हो रहा बदनामः भिंड से मावा और मुरैना से पनीर भेजा जा रहा है और बुकिंग ग्वालियर से की जाती है। यहां माल पकड़ने और गडबड़ सामने आने पर ग्वालियर का नाम बदनाम होता है। वहीं पार्सल बुकिंग में बिना दस्तावेजों के बुकिंग से यह साफ है कि स्टाफ की साठगांठ है। बिना व्यक्ति की मौजूदगी के माल कैसे बुक हो रहा है। इस मामले में अब फूड अफसर कलेक्टर के सामने पूरी जानकारी रखेंगे

वर्जन-

मावा की बुकिंग के मामले में पार्सल विभाग के स्टाफ की भूमिका संदिग्ध सामने आ रही है। बिना व्यक्ति की मौजूदगी के उसके दस्तावेजों से बुकिंग हो रही है। वहीं रेलवे विभाग कार्रवाई में सहयोग भी नहीं कर रहा है। इस पूरे मामले में वरिष्ठ अफसरों को जानकारी दी जाएगी।

डा. संजीव खेमरिया, अभिहीत अधिकारी, फूड एंड सेफ्टी

वर्जन-

जीआरपी की टीम भी मौके पर पहुंची थी। असहयोग नहीं किया गया है, मैंने भी फोन किया था। पार्सल स्टाफ की भूमिका को लेकर जानकारी ली जा रही है।

शुभा श्रीवास्तव, डीएसपी, रेलवे

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