चलती बस में लगी आग, एसीपी थाना प्रभारी और स्टाफ की सूझ बूझ से हादसा टला
इंदौर: दुनिया में लाख बदलाव आए या फिर यूं कहे कि बदलते दौर में जहां सरकारी महकमे की बुराई करते आम आदमी थकता नहीं वही सरकार के नज़दीक चलने वाले एक विभाग जिसे पुलिस कहा जाता है आपको उनकी अच्छाई से रूबरू कराते हैं। ये सच्चाई इंदौर से कैमरे में कैद हुई और मौजूदा सभी पुलिस के आला अधिकारियों के साथ साथ हर एक वो शख्स जिसने कानून की वर्दी लगाई थी वो इस नेक काम मे जुट गया और बड़े हादसे होने से पहले उस पर काबू पाया।
साल 2021 की आखिरी रात जब एक और पूरी दुनिया नए साल की आगमन के लिए मौज मस्ती में डूबी हुई थी वही शहर के राजेन्द्र नगर थाना के सामने एक एयर कंडीशन यात्री बस में आग लग गई। बस में लगी आग से उठते धुंए को देख राहगीर भी तमाशबीन बने लेकिन थाने से निरीक्षक ने जब इस शोरगुल की आवाज़ को सुना तो मैदान पकड़ते हुए मौजूद सभी स्टाफ के आग को बुझाने के प्रयास में जुट गए और थाना प्रभारी अमृता सोंलकी के साथ, पूरी कोशिश करते हुए बस में सवार यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला और बस में लगी आग को बुझाया।
घटना 31 दिसंबर 2021 रात 10 बजे की है जब इंदौर के राजेंद्र नगर थाने के ठीक बाहर बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दरअसल, हंस ट्रेवल्स की बस इंदौर से पुणे के लिए राजेंद्र नगर चौराहे से गुजर रही थी तभी ये अनहोनी हुई और थाने पर एसीपी सौम्या जैन और राजेंद्र नगर थाने की प्रभारी अमृता सोलंकी सहित पूरा थाने का स्टाफ दौड़कर बस की तरफ भागा और सवारियों को उतारने लगा। साथ ही डिक्की में से सामान भी निकालने लगे। बस में महिलाएं बच्चे और बुजुर्ग भी सवार थे फायर ब्रिगेड का इंतजार ना करते हुए एसीपी और थाना प्रभारी के साथ पूरे स्टाफ ने मिलकर थाने में लगी बोरिंग का पाइप बाहर लाकर तुरंत बस में लगी वायरिंग से शॉर्ट सर्किट की आग को काबू किया फायर एक्सटेंशन का भी इस्तेमाल किया। इस घटना को लेकर निरीक्षक अमृता सोलंकी ने अपने ही अंदाज़ में मीडिया से इसे अपना कर्तव्य बताया और कहा कि पुलिस का काम आम आदमी की हिफाज़त करना है फिर वो आगजनी की घटना हो या फिर कोई और दुर्घटना।
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