ब्रेकिंग
जहानाबाद दोहरे हत्याकांड में सात आरोपियों को सश्रम आजीवन कारावास डोनियर ग्रुप ने लॉन्च किया ‘नियो स्ट्रेच # फ़्रीडम टू मूव’: एक ग्रैंड म्यूज़िकल जिसमें दिखेंगे टाइगर श... छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने हेतु मनी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस राबड़ी, मीसा, हेमा यादव के खिलाफ ईडी के पास पुख्ता सबूत, कोई बच नहीं सकता “समान नागरिक संहिता” उत्तराखंड में लागू - अब देश में लागू होने की बारी नगरनौसा हाई स्कूल के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को दिलाया पांच‌ प्रण बिहार में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को नहीं मिल रहा लाभ : राधिका जिला पदाधिकारी ने रोटी बनाने की मशीन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया कटिहार में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन किया आयोजित -आरपीएफ अपराध नियंत्रण में जागरूक करने के प्रयास सफ...

माघ पूर्णिमा पर न करें ये 10 गलतियां वरना हो सकता है नुकसान

माघ मास का अंतिम दिन होता है माघ पूर्णिमा। इस दिन स्नान, दान और तर्पण का खास महत्व होता है।
ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार, माघी पूर्णिमा पर भगवान विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं। इसीलिए इस दिन सभी देवता धरती पर आकर संगम में स्नान करते हैं। । इसलिए इस दिन गंगाजल में स्नान, आचमन या उसका स्पर्श मात्र भी पुण्य फलदायक होता है। माघ पूर्णिमा के दिन ये 10 गलतियां नहीं करना चाहिए।
1. माघ पूर्णिमा के दिन सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए और न ही दिन में सोना चाहिए। यदि ऐसा करते हैं तो जीवन में दुर्भाग्य आता है।

2. इस दिन घर-आंगन को किसी भी प्रकार से अस्वच्छ नहीं रखना रखना चाहिए अन्यथा धन की देवी लक्ष्मी रूठ जाएगी और नकारात्मक उर्जा का वास हो जाएगा।

3. इस दिन पितरों, पिता, दादा और घर के बड़े बुढ़ों का अपमान नहीं करना चाहिए। अन्यथा पितृदोष लग जाएगा।
4. इस दिन किसी की भी बुराई करना या निंदा करना वर्जित है।

5. इस दिन घर में किसी भी प्रकार की कलह नहीं करना चाहिए। अन्यथा जीवन से सुख और शांति चली जाएगी।

6. इस दिन काले वस्त्र पहनना वर्जित है।

7. इस दिन बाल नहीं काटना चाहिए। दाढ़ी बनाना और नाखून काटना भी वर्जित माना गया है। ऐसा करने से जीवन में तमाम तरह की मुसीबतें आने लगती हैं।
8. इस दिन किसी भी प्रकार की तामसिक वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन हो सके तो उपवास रखना चाहिए। इस दिन शराब आदि नशे से भी दूर रहना चाहिए। इसके शरीर पर ही नहीं, आपके भविष्य पर भी दुष्परिणाम हो सकते हैं।

9. इस दिन किसी भी प्रकार से देवी-देवता और जल का निरादर नहीं करना चाहिए। क्योंकि हर तरह का जल गंगा का पवित्र जल बन जाता है।

10. इस दिन शरीर को किसी भी प्रकार से गंदा नहीं रखना चाहिए और स्नान जरूर करना चाहिए।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.